कांग्रेस ने लोजपा को दिया बड़ा ऑफर, दिग्विजय सिंह बोले- NDA छोड़कर महागठबंधन में आएं चिराग

कांग्रेस ने लोजपा को दिया बड़ा ऑफर, दिग्विजय सिंह बोले- NDA छोड़कर महागठबंधन में आएं चिराग

PATNA :  बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीए के अंदर खलबली मची हुई है. नीतीश कुमार के साथ मांझी के आने के बाद चिराग पासवान के तेवर और भी ज्यादा तल्ख़ हो गए हैं. चिराग पासवान ने संसदीय दल की बैठक में 143 उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार करने का आदेश दे दिया है. चिराग की बयानबाजी से नीतीश सरकार के प्रति उनकी नाराजगी साफ़ जाहिर हो रही है. ऐसे में महागठबंध के घटक दल चाहते हैं कि चिराग उनके साथ आ जाएं. इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने चिराग के सामने एक बड़ा ऑफर दिया है.


कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने यह बड़ा ऑफर रखा है. कांग्रेस बिहार क्रांति सम्मेलन के दूसरे दिन सम्मलेन को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि ईश्वर रामविलास पासवान को सद्बुद्धि दें कि वो कांग्रेस के साथ आएं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि चिराग को एनडीए का साथ छोड़ देना चाहिए और उन्हें महागठबंधन के साह आना चाहिए.


सम्मलेन में दिग्वजय सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी घेरा. उन्होंने कहा कि अवसरवाद का जीता जागता उदाहरण नीतीश कुमार हैं. उनके लिए कुछ नहीं बस कुर्सी ही अहम है. कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को सलाह दिया कि वे नीतीश कुमार और पीएम मोदी का वीडियो जारी करें. नीतीश कुमार पीएम मोदी के बारे में क्या बोलते थे और प्रधानमंत्री भी नीतीश कुमार के बारे में क्या बोलते थे. इससे समझ आ जाएगा कि वो किसके साथ हैं.


सोमवार को लोजपा के संसदीय दल की बैठक में पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान 143 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया. उन्होंने इसके लिए पार्टी नेताओं के लिस्ट सौंपने का भी आदेश दिया. राज्य संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी ने बताया कि पार्टी 143 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची बना कर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को सौंपेगी, जिस पर पार्टी नेतृत्व फैसला करेगा.


सूत्रों की मानें तो बैठक में सभी सदस्यों ने राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का प्रस्ताव दिया, जिसका चिराग पासवान ने भी समर्थन किया. गठबंधन को लेकर आगे निर्णय लेने के लिए राज्य संसदीय बोर्ड के सदस्यों ने चिराग पासवान को अधिकृत कर दिया. 15 सितंबर को पार्टी सांसदों से राय लेने के बाद चिराग अंतिम फैसला लेंगे.