DESK : देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए इन दिनों कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और अब साल के आखिर में जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां कांग्रेस पहले से ही संकट में घिरते दिख रही है। गुजरात में कांग्रेस पार्टी के युवा नेता हार्दिक पटेल को अपने साथ जोड़ा था लेकिन अब हार्दिक पटेल का कांग्रेस से मोहभंग होता दिख रहा है। कांग्रेस के पुराने नेताओं से हार्दिक पटेल इतने टेंशन में हैं कि वह पार्टी छोड़ने तक पर विचार कर रहे हैं।
हार्दिक पटेल ने कहा है कि उनकी पार्टी के ही नेता चाहते हैं कि मैं कांग्रेस को छोड़ दूं। पटेल ने कहा है कि मेरे बारे में यह कहा जा रहा है कि मैं कांग्रेस को छोड़ना चाहता हूं। गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस में हार्दिक पटेल को लाने के पीछे राहुल गांधी का मकसद यह था कि युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ा जाए लेकिन इस वक्त हार्दिक पटेल खुद अपनी पार्टी के नेताओं के ही निशाने पर हैं। हार्दिक पटेल की नाराजगी राहुल गांधी से भी सामने आई है। पटेल ने कहा है कि मैंने इस बारे में कई बार उन्हें जानकारी दी लेकिन दुख की बात यह है कि कभी कोई फैसला नहीं हो सका।
इतना ही नहीं, हार्दिक पटेल ने बेबाक तरीके से अपनी राय जाहिर करते हुए कहा है कि अगर तीन दशक से गुजरात में कांग्रेस से सत्ता से दूर रही तो इसका सिर्फ और सिर्फ एक कारण है पार्टी के अंदर गुटबाजी चरम पर है और स्थानीय नेताओं को किसी दूसरे नेताओं की एंट्री से समस्या है। इतना ही नहीं हार्दिक पटेल ने यह भी खुलासा किया है कि कांग्रेस के स्थानीय नेता दूसरे दलों के साथ हिडन एलायंस चला रहे हैं और इन्हीं लोगों की वजह से पार्टी बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुकी है।
पटेल ने दावा किया है कि 2017 में माहौल ऐसा बना था कि सरकार में वापसी हो सकती थी लेकिन मैं गलत टिकट बांटने की वजह से गुजरात में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। गुजरात में कांग्रेस पिछले 27 सालों से सत्ता से बाहर है। पटेल आरक्षण आंदोलन से उभरे हार्दिक पटेल को राहुल गांधी ने अपनी पहल पर हाथ का दामन थाम आया था लेकिन अब अगर गुजरात चुनाव के पहले हार्दिक पटेल कांग्रेस को अलविदा कहते हैं तो इससे बड़ा झटका माना जाएगा।