PATNA : कुछ घंटे पहले जीतन राम मांझी ने 26 जून को ये फैसला लेने का एलान किया था कि वे महागठबंधन में रहेंगे या नहीं. चार घंटे में ही मांझी ने फिर से यू टर्न मार लिया है. जीतन राम मांझी की ओर से जानकारी दी गयी है कि वे कांग्रेस के आलाकमान से मिलने कल दिल्ली जायेंगे. वैसे कांग्रेस से जो खबरें मिल रही है उसके मुताबिक सोनिया या राहुल गांधी ने उन्हें अब तक मिलने का समय नहीं दिया है.
दरअसल आज सुबह ही जीतन राम मांझी ने ये एलान किया था कि वे 26 जून को बड़ा फैसला लेंगे. आरजेडी ने मांझी को पूरी तरह से नकार दिया है. जीतन राम मांझी से लेकर उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेता लगातार मांग करते रहे हैं कि महागठबंधन को चलाने के लिए को-ओर्डिनेशन कमेटी बनायी जाये लेकिन लालू या तेजस्वी ने उनका कभी नोटिस ही नहीं लिया. लिहाजा मांझी ने आज सुबह ये एलान किया कि वे आरजेडी को 25 जून तक की मोहलत दे रहे हैं. अगर 25 जून को आरजेडी ने को-ओर्डिनेशन कमेटी नहीं बनायी तो वे अलग फैसला लेंगे.
चार घंटे बाद यू टर्न, अब कांग्रेस आलाकमान से मिलने जायेंगे
मांझी की इस धमकी के चार घंटे भी नहीं बीते थे कि उनका दूसरा बयान सामने आ गया है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि वे कांग्रेस के आलाकमान से बात करने मंगलवार की सुबह दिल्ली जा रहे हैं. मांझी ने ये नहीं बताया है कि वे कांग्रेस आलाकमान से बात क्या करेंगे.
वैसे खबर ये भी है कि कांग्रेस का आलाकमान भी उनका नोटिस नहीं ले रहा है. मांझी लगातार ये कोशिश करते रहे हैं कि सोनिया गांधी या राहुल गांधी से उनकी बात हो जाये लेकिन दोनों ने उनका नोटिस नहीं लिया है. मंगलवार को वे मांझी से मिलने दिल्ली जा रहे हैं लेकिन अब सोनिया-राहुल ने मिलने का टाइम नहीं दिया है. हालांकि हम के राष्ट्रिय प्रवक्ता दानिश रिज़वान का कहना है कि मांझी मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे. कल सुबह ही उनकी फ्लाइट है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के साथ मीटिंग का समय मिल चुका है. सोनिया से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी भी साथ रहेंगे. कई मुद्दों पर चर्चा होगी. महागठबंधन को मजबूत बनाये रखने के लिए मांझी अंतिम क्षण तक पूरी कोशिश करेंगे.
मांझी का ट्वीट -
उधर जीतन राम मांझी के ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट भी किया गया है. उन्होंने एक शेर लिखा है.
“जहां रहेगा वहीं रोशनी लुटायेगा
किसी चराग का अपना मका नहीं होता”
हालांकि आज सुबह मांझी ने जब फैसला लेने की घोषणा की थी तो जेडीयू के नेताओं ने उनका स्वागत किया था. लेकिन मांझी कब क्या करेंगे ये समझना बेहद मुश्किल है.