PATNA: बिहार विधानसभा की प्रश्नकाल की कार्यवाही बाधित करने को लेकर विपक्षी गठबंधन में बिखराव साफ नजर आ रहा है. विपक्ष की दो प्रमुख पार्टियां राजद और कांग्रेस के विधायकों के इस मामले में अलग-अलग राय है.
आरेजेडी ने किया प्रश्नकाल बाधित
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरु होते ही राजद ने जोरदार हंगामा शुरु कर दिया और प्रश्नकाल को बाधित कर दिया. विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी बार-बार राजद विधायकों को शांत रहने का आग्रह करते रहे लेकिन राजद विधायकों ने उनकी एक नहीं मानी. अब राजद के हंगामे पर उनकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस विधायक अमित कुमार टुन्ना ने हंगामे पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुंकि प्रश्नकाल में हमलोग लोगों से जुड़े मुद्दे को उठाते हैं इसलिए इसे बाधित नहीं किया जाना चाहिए.
बिखरा नजर आया विपक्ष
हालांकि राजद विधायक अब्दुल गफूर ने आजेडी और कांग्रेस में किसी तरह के मनभेद की बात को खारिज किया है और कहा है कि सदन में दोनों पार्टियों की रणनीति में कोई अंतर नहीं है. उन्होंने कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी की बातों का जिस तरह से कांग्रेस ने समर्थन किया उससे तो यह साफ है कि दोनों पार्टियों की नीतियां एक जैसी हैं.
सत्ता पक्ष ने भी उठाए सवाल
अब राजद चाहे जो सफाई दे लेकिन सच्चाई तो यही है कि पार्टी के हंगामे का साथ देने कांग्रेस का कोई विधायक आगे नहीं आया. उधर सत्ता पक्ष के विधायकों ने राजद को नेतृत्वविहीन करार दिया और कहा कि पार्टी के विधायकों को लोगों की परेशानियां सुलझाने से कोई मतलब नही है.