राजीव BDO की नौकरी छोड़ बनना चाहते थे प्रोफेसर, हो गया था चयन, पत्नी का विरोध बना सुसाइड का कारण

राजीव BDO की नौकरी छोड़ बनना चाहते थे प्रोफेसर, हो गया था चयन, पत्नी का विरोध बना सुसाइड का कारण

GAYA: कोंच बीडीओ राजीव रंजन के सुसाइड केस की एसआईटी जांच कर रही है. जांच में पता चला है कि राजीव बीडीओ की नौकरी छोड़ना चाहते थे. वह प्रोफेसर बनना चाहते थे. लेकिन उनकी पत्नी सोनम इसका विरोध करती थी. राजीव का चयन भागलपुर विवि में इतिहास के प्रोफेसर के लिए हो गया था.




सोनम से एसआईटी ने दो दिन की पूछताछ

रविवार और सोमवार को सोनम से एसआईटी की टीम ने पूछताछ की है. जिस बैंक में सोनम काम करती वहां भी टीम ने जाकर सोनम के सहयोगियों से पूछताछ की है. सहयोगियों ने भी टीम को बताया है कि वह चार पांच दिनों से काफी परेशान थी. गया डीएसपी ने राजकुमार साह ने इस मामले में कहा है कि जांच करीब-करीब पूरी हो चुकी है. इस मामले में आमने आया है कि वह बीडीओ की नौकरी छोड़ प्रोफेसर बनना चाहते थे. लेकिन पत्नी इसका विरोध करती थी. इसको लेकर ही दोनों के बीच विवाद हुआ था. 


छत से कूदकर की थी सुसाइड

बता दें कि राजीव रंजन ने गया में 30 अक्टूबर को छत से कूदकर सुसाइड की थी. घटनास्थल से 5 पेज का सुसाइड नोट, पर्स और मोबाइल मिला था. उनकी पत्नी सोनम कुमारी गया के एक सरकारी बैंक में पीओ हैं. राजीव मुंगेर जिले के धरहरा के रहने वाले थे. राजीव की पत्नी ने इस मौत की जांच की मांग की है और गया डीएम पर गंभीर आरोप लगाया था. लेकिन गया डीएम ने आरोपों को गलत बताया था.