PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर माले विधायक अजीत कुशवाहा ने अमर्यादित टिप्पणी की है. सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए माले विधायक ने यहां तक कह दिया कि "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इलाज की जरूरत है. सदन में विपक्षी सदस्यों का सवाल सुनकर उनका ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है."
बक्सर जिले के डुमरांव सीट से विजयी माले विधायक अजित कुशवाहा ने कहा कि "कोई भी विधायक गलती से नहीं जीता है. किसी भी विधायक को गलती से जीतना कहना, ये जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है." सीएम नीतीश को लेकर अजित कुशवाहा ने कहा कि "ऐसे लोग कमेंट कर रहे हैं, जो अब खुद ही चुनाव नहीं लड़ते हैं. लोग पिछले दरवाजे से आते हैं और चुनाव जीतने वाले पर आरोप लगाते हैं कि गलती से चुनाव जीतकर आ गया है."
अजीत कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा कि "उनको (सीएम को) गुस्सा आता है. उनको शायद बीपी की दिक्कत हो रही होगी. उनकी उम्र ज्यादा हो गई है. हम तो यही सलाह देंगे कि वो थोड़ा दवा लिया करें. चूंकि सदन में सवाल तो होते ही रहेंगे. वो मुख्यमंत्री हैं तो उनको सवालों का सामना करना ही होगा और सदन में उठ रहे सवालों से उनका बीपी हाई हो रहा है तो उन्हें इलाज की जरूरत है."
दरअसल सीएम नीतीश ने मंगलवार को सदन में बोलते हुए कहा कि "बहुत लोग सदन में नया-नया जीतकर आये हैं. क्या वो जानते हैं कि इंजीनियर का क्या काम है. इंजीनियर का काम है खाली ठेका देखना. बात सुना करिये. सीपीआई (एम) के विधायक डॉ0 सत्येन्द्र यादव पर भड़कते हुए कहा कि ये तो हमको पता नहीं है कि ये कौन पार्टी में हैं. लेकिन ये जान लें कि सरकार ने इंजीनियरों के लिए नया गाइडलाइन जारी किया है."
वामपंथी पार्टी के विधायकों को सदन में उंगली दिखाते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि "आप लोग जान लीजिये कि पहली बार आपको 12 सीट मिल गया है. आप गलती काम मत करिये." मुख्यमंत्री की ये बात सुनते ही वामपंथी दल के लगभग सभी विधायक सदन से वॉक आउट कर गए.