कोरोना से डरने की जरूरत नहीं सिर्फ सतर्क रहे, जानिए सीएम के जनप्रतिनिधियों के साथ हुई खास बातें

कोरोना से डरने की जरूरत नहीं सिर्फ सतर्क रहे, जानिए सीएम के जनप्रतिनिधियों के साथ हुई खास बातें

PATNA: सीएम नीतीश कुमार ने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि आपलोग मास्क लगाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करें. जापान जैसे देश में पहले से ही वहां पर लोग मास्क का प्रयोग करते हैं. जिसका फायदा हुआ कि वहां पर अधिक संक्रमण नहीं हुआ है. बिहार  में कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. सिर्फ लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. 

खूब हो रही भीड़,सतर्क रहे

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दो तीन दिनों से देख रहे हैं लोगों की खूब भीड़ हो रही है. जरूरत ना हो तो सड़कों पर नहीं निकले. सभी को मास्क लगाने की जरूरत है. बिहार में तीन मई के बाद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी. बाहर से आने का लोगों का सिलसिला शुरू हुआ. ग्रामीण डॉक्टरों को भी ट्रेनिंग कराया गया था. जो ग्रामीण डॉक्टर को लक्षण दिखे तो मरीजों को टेस्ट कराने के लिए बोले. बुजुर्ग, बच्चे और प्रेग्नेंट महिलाओं को इससे बचाना है. हमलोगों की प्रार्थना है कि सब लोग स्वच्छ रहे. अगर जागरूकता रहेगी तो कोई नुकसान नहीं होगा. किसी के चेहरे से लक्षण लगे तो जांच जरूर कराए. हमलोगों का लक्षय है कि 10 हजार रोज टेस्ट हो. 

आपके पास डिग्री नहीं, लेकिन आप पर भरोसा

सीएम ने ग्रामीण डॉक्टरों के बारे में कहा कि बिना डिग्री के डॉक्टर ग्रामीण क्षेत्र में काम करते हैं. आप पर लोग भरोसा करके जाते हैं. लेकिन किसी में लक्षण दिखे तो जरूरत जांच कराने के लिए बोले.

क्वॉरेंटाइन सेंटर में कई लाख रह रहे हैं

सीएम ने कहा कि एक व्यक्ति पर 5300 रुपए खर्च हो रहा है. उनको लोगों को हर सुविधा दी जा रही है. जितने राशन कार्डधारी है सभी को एक-एक हजार रुपए दिया जा रहा है. एक करोड़ से अधिक लोगों को दिया गया है. सभी का राशन कार्ड बन जाए इसका भी काम हो रहा है. 1620 हजार करोड़ खर्च किया गया है. लॉकडाउन को लेकर बिहार के लोगों में जागरूकता था. इसको लेकर जनप्रतिनिधि लोगों को जागरूक कर रहे थे. इसको लेकर आपलोगों को हम बधाई देते हैं. लोगों को कहा गया कि मास्क पहनिए. 16 मार्च को विधानसभा में मार्च को लेकर चर्चा हुई. उस समय कहा गया कि बीमार और इलाज करने वालों को ही मास्क पहनना जरूरी है. लेकिन बाद में पता चला कि मास्क पहनना बहुत जरूरी है. उस समय तो मास्क भी नहीं बनता था. जिविका दीदी को बनाने का जिम्मा दिया गया. कई क्वॉरेटाइन सेंटर में भी मास्क बन रहा है. 

मास्क पहनना जरूरी

सीएम ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में उनको रखा गया है तो कोरोना के रेड जोन से आए है. बाकी जगहों से आए लोगों को होम क्वॉरेंटाइन की सलाह दी जा रही है. जांच भी हो रहा है. होम क्वॉरेंटाइन के लिए पल्स पोलियो अभियान के जैसे निरंतर जांच किया जा रहा है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में जांच करने के दौरान भी कोरोना पॉजिटिव निकल जा रहे हैं.

बिना लक्षण के भी मिल रहे पॉजिटिव

सीएम ने कहा कि बिना लक्षण के भी कोरोना पॉजिटिव मिल जा रहे हैं. ऐसे लोगों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. क्योंकि 16 जून के बाद तो अब क्वॉरेंटाइन सेंटर को बंद किया जाएगा. लॉकडाउन में फंसे लोगों का कॉल आ रहा था. 

आने के लिए आ रहा था कॉल

सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के बीच बिहार आने के लिए लोगों का कॉल आ रहा था. जिसके बाद पीएम मोदी के साथ बैठक हुई है तो हमने यह बात रखी की बस और ट्रेन ये लोगों आने दिया जाए. जिसके बाद लोगों को आने का सिलसिला शुरू हुआ. सीएम राहत कोष से हमने एक-एक हजार रुपए दिया गया. 20 लाख लोगों को मदद दी गई. जो पटना आ गए उनको भी मदद दिया गया. एक दो दिन और लोग आने वाले हैं. जो खराब स्थिति में रहने वाले थे उनको क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया. 



जल्द ही आइसोलेशन वार्ड में बेडों की संख्या 40 हजार होगी

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि 10 हजार कोरोना टेस्ट का लक्षय हमलोग पूरा करेंगे. अभी संक्रमित लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. कुल बेडों की संख्या साढे 21 हजार बेड है. इसको बढ़ाकर 40 हजार किया जा रहा है. सबसे फोकस संक्रमण रोकने को लेकर हैं. इसको लेकर दो गज की दूरी बनाकर रहना है. पूरी दुनिया में मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है. मास्क रोकथाम में कारगर है.