PATNA : कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका के बीच बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का काम जोरों पर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिवेशन भवन से 989 परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया. इन परियोजनाओं की कुल लागत 2705 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है. इस दौरान उन्होंने जश्न-ए-टीका पोर्टल को लॉन्च किया. इस दौरान कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, रेणु देवी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित IGIMS मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के नए भवन, एलएनजेपी हड्डी अस्पताल परिसर में ट्रामा सेंटर और राजेंद्र नगर स्थित आई सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल और पटना सिटी स्थित गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में जीविका दीदी की रसोई का उद्घाटन किया.
उद्घाटन समारोह के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पहले की तुलना में बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था काफी सुधरी है. पहले के मुकाबले अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीजों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है. नीतीश ने कहा कि पहले जो लोग अस्पताल इलाज कराने पहुंचते थे उन्हें काफी परेशानी होती थी लेकिन आज मोबाइल के जरिये ही लोगों को कई व्यवस्थाएं मिल गई हैं.
नीतीश ने कोरोना के दौरान भी बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की उपलब्धियों को गिनाया. नीतीश कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अस्पतालों में तमाम व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई, टीकाकरण को लेकर सरकार पूरी तरफ सजग है. मुख्यमंत्री ने टीकाकरण में सहयोग करने के लिए केंद्र सरकार को भी धन्यवाद दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य से बाहर इलाज कराने के दौरान कोरोना से हुई मौत पर भी मुआवजा मिलेगा. उन्होंने कहा कि बिहार के निवासी कोरोना का इलाज कराने दूसरे राज्य जाते हैं और वहां उनकी मौत होती है, तो उनके परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए.
सीएम ने कहा कि हम लोग भी काम करते रहते हैं लेकिन हमारा ध्यान प्रचार की तरफ नहीं होता. नीतीश ने कहा कि जो कम काम करते हैं वही अपना प्रचार प्रसार ज्यादा करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहले लहर के समय से ही कोरोना से मरने वाले लोगों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने शुरू कर दिया था. दूसरे राज्य कोरोना से मरने वालों को मात्र 50 हजार रुपये मुआवजा दे रहे हैं तो अखबारों में विज्ञापन छपवा रहे हैं. अगर इसको लेकर हम अख़बारों में विज्ञापन देना शुरू कर दे तो कई दिनों तक अखबारों में केवल विज्ञापन ही आते रहेंगे. नीतीश ने कहा कि हमें विज्ञापन और प्रचार प्रसार करने पर भरोसा नहीं बल्कि हम काम करने पर विश्वास रखते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोविड टीकाकरण को लेकर बड़े पैमाने पर काम चल रहा है. नीतीश ने हमारी सरकार ने टीकाकरण को लेकर लक्ष्य तय किया है कि जुलाई से अगले 6 महीने तक 6 करोड़ लोगों को टीका लगवा दिया जाएगा. नीतीश ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के साथ जांच की प्रक्रिया भी बहुत तेजी से चल रही है. हर दिन लगभग 1.25 सैंपल की जांच की जा रही है.