DESK: कोरोना महामारी के बीच पोस्टर पर सियासत तेज हो गयी है। राजधानी पटना में कई जगहों पर लगाए गये पोस्टर में किसी की तस्वीर नहीं है। ना ही किसी राजनीतिक दल या संस्था का नाम है। इस ब्लैक एंड व्हाइट पोस्टर में लिखा है कि नीतीश बाबू आपके निकम्मेपन की कीमत जनता कब तक चुकाएगी?
BLACK & WHITE यह पोस्टर किसकी ओर से शहर में चिपकाया गया है यह फिलहाल पता नहीं चल पा रहा है। इस पोस्टर में ना तो किसी राजनीतिक पार्टी का नाम है और ना ही किसी संस्था का ही नाम अंकित है। पटना के वीरचंद पटेल मार्ग में यह पोस्टर दीवार पर लगा नजर आया है। वही कई अन्य इलाकों में भी इसके लगे होने की बात सामने आ रही है।
कोरोना महामारी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर लगातार रहे हैं। कोरोना के इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं होने का आरोप महागठबंधन की पार्टियां लगाती आ रही है। अस्पतालों में बेड का अभाव, दवाओं की कमी, ऑक्सीजन की किल्लत, एम्बुलेंस का अभाव, वेंटिलेटर जैसी कई कमियों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरती आ रही है।
पटना में पोस्टर लगाए जाने पर आरजेडी ने कहा कि उनकी पार्टी ने यह पोस्टर नहीं लगाया है। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना था कि जो बात पोस्टर में लिखा हुआ है वह वाजिब है। जनता ने मुख्यमंत्री को आईना दिखाया है। यह आम जनता की आवाज है। यह पोस्टर आरजेडी की तरफ से नहीं लगाया है।
वही आरजेडी के पल्ला झाड़ने पर जेडीयू हमलावर नजर आया। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस पोस्टर को दीवार पर सटवाने वालों ने इस पर अपना नाम तक नहीं लिखा और ना ही जिम्मेवारी ही ली। उन्होंने कहा कि परोक्ष रूप से ट्वीटर परिवार इसमें दिखता है।