NALANDA : बिहार के मुख्यमंत्री शराब के सख्त खिलाफ है। उनका साफ़ कहना है कि, ये सब गलत चीज़ हैं और इसकी तुलना वो जहर से कर डालते हैं। सीएम नीतीश कुमार साफ़ तौर पर कहते हैं कि - जो पिएगा वो मरेगा। यही वजह है कि राज्य में शराबबंदी कानून लागू है और शराब पीने और बेचने पर पावंदी लागू है। लेकिन, इसके बाद भी इस कानून की वस्तुस्थिति क्या है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। इस बीच अब सबसे रोचक वाकया देखने को मिला। सीएम अपनी लाव- लश्कर के साथ यात्रा पर निकले हुए थे और उनके काफिले के बीच शराब की बोतले मिलने लगी। जिसके बाद जमकर बवाल काटा।
दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार राजगीर में मौजूद हैं । इस दौरान उनके काफिले को गुजारने के लिए पुलिस ने एक कार को रोका तो उल्टे उसके ड्राइवर ने अपनी गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। इसके थोड़ी दूर आगे कार अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से जा टकराई। कार सवार उतर कर भाग निकले। थोड़ी देर बाद पहुंची पुलिस ने कार की तलाशी ली तो दो बोतल शराब और एक मोबाइल मिला।
इस बारे में थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक ने बताया कि गिरियक से राजगीर की ओर आ रही एक कार को सीएम का काफिला गुजरने के दौरान रोकने की कोशिश की गई थी। जिसके बाद ड्राइवर से स्पीड बढ़ा दी और कार अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकरा गई। इस कार से शराब की बोतले बरामद हुई है। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार जब्त कर ली है। मोबाइल व कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के सहारे भाग निकले लोगों का पता किया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि, 18 जुलाई से 16 अगस्त के बीच आयोजित पौराणिक त्रैवार्षिक पुरुषोत्तम मास मेले की व्यापक तैयारी को लेकर सीएम नीतीश कुमार अपने दो दिवसीय दौरे पर राजगीर पहुंचे। 6 बजे शाम में उनका काफिला राजगृह अतिथि गृह पहुंचा। फिर उन्होंने वैतरणी घाट का अवलोकन किया। इसके बाद उनका काफिला ब्रह्मा कुंड परिसर पहुंचा।इस क्रम में उन्होंने मेला थाना मैदान का स्थलीय निरीक्षण, अधिकारियों द्वारा पुरुषोत्तम मास मेला के प्लान के लेआउट का भी अवलोकन किया।