NALANDA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में कई सालों से लोग सड़क के लिए तरस रहे हैं. आज भी यदि किसी को गांव से मुख्यालय तक जाना होता है तो उन्हें नाव का ही सहारा लेना पड़ता है. गांव में शादी-विवाह भी नाव के ही भरोसे होती है. अभी एक तस्वीर खूब चर्चे में है जिसमें शादी के बाद बारातियों और नई-नवेली दुल्हन को नाव से ही विदा किया गया.
मामला नालंदा जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर की दूरी स्थित हरगावां पंचायत का है जहां आज तक सड़क नहीं बनी है. लोग जान जोखिम में डालकर नेवाजी बिगहा से होकर गुजरने वाली सोईबा नदी को पार करने को मजबूर हैं. ऐसे में पंचायत में शादी विवाह नाव के सहारे ही निर्भर है. नई-नवेली दुल्हन नाव के ही सहारे अपने ससुराल पहुंचती हैं.
इधर, ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पुल नहीं रहने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हरगावां, बभन बिगहा, नवाजी बिगहा, डंबर बिगहा, प्रभु बिगहा, बेरौटी, विष्णुपुर, गुलनी, नेपुरा, प्रभु विगहा, इंद्रपुर गांव के हजारों लोग इससे प्रभावित है. उन्होंने बताया कि पुल और सड़क के लिए पिछले चुनाव में वोट बहिष्कार भी किया गया था लेकिन आजतक उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला.