सीएम नीतीश के गृह जिले में चलता था सुनीता मैडम का सिक्का, शराब कांड की आरोपी जमानत कराने पहुंची तो पुलिस ने किया अरेस्ट

सीएम नीतीश के गृह जिले में चलता था सुनीता मैडम का सिक्का, शराब कांड की आरोपी जमानत कराने पहुंची तो पुलिस ने किया अरेस्ट

NALANDA : बिहार में भले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सुशासन चलता हो लेकिन खुद उनके गृह जिले नालंदा में सुनीता मैडम का सिक्का चलता था। जी हां, शराब की काली दुनिया में सुनीता मैडम ने जो साम्राज्य खड़ा किया हुआ था उसकी परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं। नालंदा में जहरीली शराब कांड होने के बाद पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सुनीता मैडम को बनाया है। सुनीता नाम की यह महिला शराब के कारोबार में शामिल बताई जा रही है और उसके बेटे और अन्य सहयोगियों पर पुलिस ने नकेल कसी है। सुनीता मैडम के घर में ही शराब बनाकर सप्लाई की जाती थी। जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी सुनीता अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर थी। पुलिस ने उसके घर पर  इश्तेहार चिपकाया तो वह अपने सहयोगियों के साथ जमानत लेने के लिए कोर्ट पहुंच गई लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई। लिहाजा अब सुनीता और उसके सभी सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।


सुनीता मैडम और उसके गुर्गों को दबोचने के बाद शराब कांड में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 13 हो गई है। इस मामले में सोहसराय थाना में कुल 6 केस दर्ज हुआ है। जिसमें 8 लोगों पर हत्या की धाराएं लगाई गई हैं। इसमें कुल 8 की गिरफ्तारी हुई। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी है। छापेमारी एसपी की मॉनिटरिंग में हुई। टीम में सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी, अंचल इंस्पेक्टर गुलाम सरवर, नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार, लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार, सोहसराय के प्रभारी थानाध्यक्ष नंदन कुमार सिंह, दारोगा सुधीर कुमार, डीआईयू प्रभारी चंदन कुमार समेत दूसरे पुलिसकर्मी भी शामिल थे।


शराब कांड के बाद मुख्य आरोपी सुनीता पटना भाग गई थी। और एसआईटी उसकी टोह में लगी थी। जिसके बाद इश्तेहार लगने के बाद सुनीता अपने बेटे और सहयोगियों के साथ जमानत के चक्कर में आई थी। गुप्त सूचना के बाद मुख्य आरोपी समेत चार को सोहसराय इलाके से पकड़ा गया। जिसकी निशानदेही पर विभिन्न इलाके से अन्य की गिरफ्तारी हुई। फरार की गिरफ्तारी के टीम छापेमारी कर रही है। जब्त शराब को जांच के लिए पटना भेजा गया है। रिपोर्ट से खुलासा होगा कि किस केमिकल से लोगों की जान गई। एसपी ने बताया कि सुनीता वर्षों से शराब का अवैध कारोबार कर रही थी। 14 को जो खेप छोटी पहाड़ी, मंसूर नगर, बड़ी पहाड़ी में बेची गई। उसका निर्माण सुनीता ने घर पर किया था। सुनीता के अलावा शराब की बिक्री मीना देवी और डिम्पल ने किया। सौरभ ने स्पिरिट के साथ दूसरे मेटेरियल को सप्लाई किया था। गिरफ्तार धंधेबाजों ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया।