CM नीतीश के गृह जिले में नल जल योजना का बुरा हश्र, पानी भरते ही धड़ाम से गिरी टंकी, नीचे दब गया ऑपरेटर

CM नीतीश के गृह जिले में नल जल योजना का बुरा हश्र, पानी भरते ही धड़ाम से गिरी टंकी, नीचे दब गया ऑपरेटर

NALANDA : सोमवार को बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-२२ का बजट पेश किया गया. इसबार का बजट नीतीश सरकार ने सात निश्चय पार्ट-2 को ध्यान में रखकर तैयार किया है. लेकिन सवाल ये है कि सात निश्चय पार्ट-1 की ही कुछ ऐसी योजनाएं हैं, जो सरकारी काम को आईना दिखा रही हैं. ताजा मामला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा का है, जहां सीएम का सपना ध्वस्त होकर जमीन पर गिर गया. दरअसल नल जल योजना की टंकी पानी भरते ही धड़ाम से नीचे गिर गई. 


मामला नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड की है, जहां वार्ड नंबर तीन में नल-जल योजना की टंकी पानी भरते ही ध्वस्त होकर नीचे गिर गई. जिन लोगों को सीएम ने स्वस्छ जल पहुंचाने का वादा किया, दरअसल उनके इस वाडे का ही बुरा हश्र हो गया. नालंदा के अलावा राज्य के विभिन्न जिलों में ऐसी ही स्थिति है. जलापूर्ति की पाइप से लेकर नल की टोंटी तक घटिया इसतेमाल हो रही. कहीं नल लगे हैं तो उसकी टोंटी गायब हो चुकी है, कहीं पाइप फट चुकी है और पानी सड़क पर बह रहा है. 


बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर तीन में जब नल-जल योजना की टंकी गिरी, उस वक्त नीचे ऑपरेटर विमल कुमार खड़ा था, जो टंकी के नीचे दब गया. उसे काफी चोटें आईं. वह जख्मी हो गया. जख्मी को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. आपको बता दें कि लाखों रुपये लगाकर इस टावर का निर्माण कराया गया था. इसके ऊपर 500-500 लीटर की दो टंकी लगायी गयी थी.


सोमवार की सुबह जैसे ही इसमें पानी भरा गया, टंकी धाराशायी होकर डायरेक्ट नीचे गिर गई. ग्रामीणों का आरोप है कि गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया. बीडीओ रवि कुमार ने बताया कि पीएचईडी को जांच का जिम्मा दिया गया है. पीएचईडी की जेई प्रीति कुमारी का कहना है कि रात में असामाजिक तत्वों ने नट-बोल्ट खोल दिया था. इसलिए पानी भरते ही टंकी नीचे गिर गई.