PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच खींचतान लगातार जारी है। इस बार नीतीश कुमार ने पीके यानी प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा खुलासा कर दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रशांत किशोर को मैंने जेडीयू के लिए कोई ऑफर नहीं दिया है। वह अपनी मर्ज़ी से अनाप-शनाप बोलते रहता है। नीतीश कुमार ने कहा कि पीके एक बार पहले भी मेरे पास प्रस्ताव लेकर आया था कि जेडीयू का कांग्रेस में विलय कर दीजिये। उसकी बातों का कोई मतलब ही नहीं है, पीके अब बीजेपी के अजेंडों पर चल रहा है।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर जेपी गोलंबर पहुंचे थे। यहां जब मीडिया ने उनसे प्रशांत किशोर और बीजेपी को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कई खुलासे कर दिए। नगर निकाय चुनाव पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह सब कुछ 1978 से चला आ रहा है और सुशील मोदी के मंत्री रहते ही सब कुछ हुआ था। अब बीजेपी से पूछिए कि इसका विरोध क्यों कर रहे हैं ? क्या बीजेपी ओबीसी और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के खिलाफ हो गई है ?
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई की चार्जशीट को लेकर सीएम नीतीश ने कहा कि ये कोई नई बात नहीं है। 5 साल पहले भी यही हुआ था। बीजेपी का जो मन करता है वही करती है। लेकिन इस बार हम लोग भी साथ हैं।