1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Jan 2024 07:14:19 AM IST
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DESK : : प्रभु श्रीराम अपनी नगरी अयोध्या में विराजमान होकर अब अपने भक्तों को जल्द ही दर्शन देंगे। आज वो दिन है जब रामलला की मूर्ति अपने सही स्थान लेगी। देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया बेसब्री से इस पल के इंतजार में है। इस पल का सभी सनातनियों के साथ-साथ पूरे देश को अरसों से इंतजार था। इस बीच एक राज्य के मुख्यमंत्री ने सूबे के मुसलमानों से विशेष अपील की है। सीएम ने कहा कि- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर विशेष नमाज अदा करें।
दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मुस्लिम समुदाय से रामलला के लिए विशेष नमाज अदा करने की अपील की है। उन्होंने राज्य की जनता से दोपहर तक व्रत रखने का भी अनुरोध किया है। साथ ही पूर्वोत्तर राज्य की सरकार ने सोमवार को मांसाहार भोजन सामग्री पर भी रोक लगा दी है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम करीब 12 बजे शुरू हो सकता है।
सीएम सरमा ने कहा, 'यह ऐसा पल है, जो 500 सालों के बाद आया है और हम नहीं जानते कि ऐसा मौका हमारे जीवन में दोबारा कब आएगा। इसे यादगार बनाना हमारा कर्तव्य है।' उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक या धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि विदेशी आक्रमणकारियों पर भारत की जीत का पल है। उन्होंने राज्य में शाम 4 बजे तक मांसाहारी भोजन सामग्री की बिक्री पर रोक लगा दी है।
उन्होंने कहा, 'मैं इस्लामिक और ईसाई समुदाय से सोमवार को रामलला के लिए विशेष नमाज और प्रार्थना की अपील करता हूं। यह बाबर जैसे आक्रमणकारियों पर हमारी जीत है।' उन्होंने कहा कि राज्य के संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त पुलिस व्यवस्था और CRPF जैसे बल तैनात कर दिए हैं।'मैं सभी धर्मों के लोगों से अपील करता हूं कि घर में रहे हैं और किसी भी तरह के झगड़े से बचें। जो इस पल को लाइव देखना चाहते हैं, वे घर में रहें या मंदिरों में पहुंचे जहां बड़ी स्क्रीन मौजूद हैं। शांति बनाएं रखें और इस पल का हिस्सा बनें।' राज्य सरकार की तरफ से सोमवार को ड्राईडे की भी घोषणा की गई है।
उधर, साथ ही सरकारी संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी दी गई है। सीएम सरमा ने जानकारी दी थी कि शिक्षण संस्थानों में पूरी तरह से अवकाश रहेगा। उन्होंने कहा, 'हम निजी शिक्षण संस्थानों से भी इसे मानने की अपील करते हैं। साथ ही कारोबारियों से दुकानों को 2 बजे तक बंद रखने की अपील करते हैं। उनके कर्मचारियों को भी प्राण प्रतिष्ठा देखने का मौका मिलना चाहिए।