DESK: "खेला होबे दिवस" मनाने का ऐलान किया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह ऐलान किया है। इस नारे का इस्तेमाल चुनावी रैलियों में किया गया था। टीएमसी और खासकर ममता बनर्जी अक्सर इसका इस्तेमाल करती थीं। खेला होबे नारा ने टीएमसी के पक्ष में माहौल बनाने का भी काम किया था। चुनाव के वक्त हरेक लोगों की जुबान पर यह नारा था। ममता बनर्जी ने आज विधानसभा में कहा कि 'खेला होबे' को लोगों ने सराहा है इसलिए अब हम 'खेला होबे दिवस' मनाएंगे।
टीएमसी का चुनावी नारा सिर्फ खेला होबे तक ही नहीं रुका। खेला होबे के साथ ममता बनर्जी ने एक और नारा दिया था। “‘खेला होबे, देखा होबे, जेता होबे’...इस नारे का मतलब खेलेंगे, देखेंगे और जीतेंगे भी...ममता बनर्जी ने मंगलवार को बंगाल विधानसभा में यह कहा कि लोगों ने खेला होबे को पसंद किया है। इसलिए हमने 'खेला होबे दिवस' मनाने का फैसला लिया है।
फुटबॉल के लिए मशहूर बंगाल में स्पोर्ट्स डेवलपमेंट की दिशा में इस दिन को मनाने का फैसला लिया गया है। ममता बनर्जी ने विधानसभा में इस बारे में ऐलान करते हुए कहा कि बंगाल सरकार प्रदेश में खेला होबे दिवस मनाएगी। ममता ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग फुटबॉल क्लब को 50 हजार फुटबॉल भी दिए जाएंगे। पश्चिम बंगाल के चुनाव में खेला होबे के नारे का जमकर उपयोग हुआ था। चुनाव के लोग सभी के जुबान पर भी यह नारा था। खासकर टीएमसी के नेता और कार्यकर्ताओं द्वारा इस नारे का जमकर प्रयोग किया गया था।
मुख्यमंत्री के इस ऐलान के बाद विधानसभा से नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत सभी बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर लिया। सत्ता पक्ष के विधायकों से नोंक-झोंक के बाद शुभेंदु अधिकारी अपने सभी विधायकों के साथ सदन से बाहर निकल आए।