PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लड़का कहे जाने पर बीजेपी नेता सम्राट चौधरी भड़क गये। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार में राजनीतिक बजूद नहीं बचा है। नीतीश कुमार बूढे हो गये है। उन्होंने कहा कि जो 1974 का लड़का होगा वो 2022 में जवान कैसे हो सकता है। नीतीश तो काम करने लायक भी नहीं बचे। जब से विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बना तब से इनके पेट में दर्द हो रहा है। इससे पहले जो नेता प्रतिपक्ष थे चाहे वो राबड़ी देवी हो या तेजस्वी यादव हो ये लोग पिकनिक वाले एलओपी थे। हम राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव नहीं है। हम तो एक-एक जवाब लेगें एक-एक हिसाब लेंगे। हम बिहार के लोगों को आश्वास्त करते हैं नीतीश कुमार का दांत जो बचा है कई राजनेता प्रयास किये लेकिन ये दांत हम ही निकालेंगे इसकी गारंटी देता हूं।
पुराने दिनों की याद ताजा कराते हुए विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम कैंडिडेट बनने के लिए नीतीश कुमार ने मेरे पिता शकुनी चौधरी का पैर पकड़ लिया था। नीतीश अपने कैरेक्टर की चर्चा क्यों नहीं करते? सात बार पार्टी बदलने वाले नेता नीतीश कुमार हैं। वे अपने कैरेक्टर को नहीं बता रहे है कि उन्होंने कितना बार पार्टी बदला। बिहार का पॉलिटिकल डीएनए नीतीश कुमार ने खराब करके रख दिया है।
नीतीश पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के चलते बिहार की जनता की आकाक्षाओं को पूरा नहीं कर पा रहे है। सिर्फ सत्ता की कुर्सी पर बैठकर कट और पेस्ट कर रहे है। इसको काटो इसको जोड़ो करते रहते हैं। नीतीश को 32 साल का हिसाब देना पड़ेगा। यह हिसाब बीजेपी विरोधी दल का नेता सम्राट चौधरी लेगा।
सम्राट चौधरी ने कहा कि 1998 में मेरी मां समता पार्टी से एमएलए थी और जब उनकी मृत्यु हुई थी तब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की हैसियत से मुंगेर आए थे लेकिन मेरी मां को संवेदना नहीं दी। ना फोन किया और ना मिलने गये। जबकि देश के प्रधानमंत्री ने संवेदना व्यक्त की और पत्र भी भेजा लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री को समय ही नहीं मिला। इसके लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मिलर हाई स्कूल के मैदान से माफी भी मांगा था। कहा था कि हमसे गलती हो गयी।
आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कई नेताओं को अपने जाल में फंसाने का काम किया। अकेले में जो भी मिल गया उसका सर्वनाश होना ही है वे एक ही चीज अकेले में कहते हैं कि अब क्या बचा है अब तो आप ही लोगों को सरकार चलाना है। उनके इस जाल में जो भी फंसता है उसका राजनीतिक तौर पर मृत्यु हो जाती है। हम खुद नीतीश के जाल में फंस चुके हैं। वैसे तो बिहार का नौजवान समझ ही गया है कि नीतीश कुमार से दोस्ती करने से अच्छा है कि जहर पी लें।
सम्राट चौधरी ने कहा कि 2016 में मेरी सदस्यता खत्म करने के लिए नीतीश ने एड़ी चोटी एक कर दी थी और मेरी सदस्यता विधान परिषद से खत्म भी करायी। तब उनका कुशवाहा प्रेम कहां था कहां लवकुश गया था। लवकुश सिर्फ इनकों सत्ता में बैठाने के लिए है या फिर इनके सब पाप को धोने के लिए है। 2019 में इन्होंने हमसे कहा था कि आप हमारे टिकट पर चुनाव लड़िए भाजपा आपको कुछ नहीं करेगी। तब हमने कहा था कि जब हम एक बार थूक देते है जिसको उसके साथ राजनीत में दोबारा नहीं जाते। आप उस लायक अब नहीं है कि आपके साथ राजनीति करे। बीजेपी ने जो सम्मान दिया उसे मैं भूला नहीं सकता।