CM हाउस के बाहर रोता रहा बाप: 8 साल की बेटी का रेप कर आंखें फोड़ी और मर्डर कर दिया, नीतीश अनदेखी कर निकले, पुलिस ने गिरफ्तार किया

CM हाउस के बाहर रोता रहा बाप: 8 साल की बेटी का रेप कर आंखें फोड़ी और मर्डर कर दिया, नीतीश अनदेखी कर निकले, पुलिस ने गिरफ्तार किया

PATNA: पटना में सीएम हाउस के बाहर एक लाचार बाप शनिवार की दोपहर रो-रो कर चीख रहा था-मेरी 8 साल की बेटी को उठा कर रेप किया. उसकी आंखें निकाल ली और उसका मर्डर कर दिया. पुलिस वाले अपराधी को नहीं पकड़ते हैं, हम लोग को ही तंग करते हैं. मेरे भाई को ही गिरफ्तार कर लिया है. हमको सीएम साहब से मिलवा दीजिये. हम सीएम साहब से मिलने का कई बार टाइम मांगे हैं, लेकिन टाइम नहीं दे रहें. आज हम यहीं मर जायेंगे लेकिन सीएम साहब से मिल कर ही जायेंगे। 


आज दोपहर में जब ये आदमी अपनी 8 साल की बेटी के रेप औऱ बर्बर मर्डर की कहानी सुना रहा था तो वहां से गुजर रहे आम लोग औऱ वहां मौजूद मीडियाकर्मियों की आखें भी नम हो जा रही थीं. लेकिन नीतीश कुमार का सुशासन और पुलिस हैवान हो चुकी थी. सीएम आवास के बाहर जब लाचार बाप चीख-चीख कर रो रहा था तो उसी वक्त नीतीश कुमार का काफिला अंदर से निकला. दर्जनों गाडियों में भरे पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के साये में नीतीश की गाडी तेज रफ्तार में निकल गयी. इसी बीच सुशासन के बहादुर पुलिसकर्मी अपनी बहादुरी दिखा रहे थे. पुलिस ने रो-रो कर गुहार लगा रहे पिता के साथ जमकर बदसलूकी की.पहले उसे खदेड़ कर भगाने की कोशिश की. लेकिन देखा कि मीडिया के कैमरे मौजूद हैं तो फिर उसे गिरफ्तार कर पुलिस जीप में उठा कर ले गयी। 


बांका की हैवानी घटना है ये

जिस बच्ची का पिता शनिवार को पटना में सीएम हाउस के सामने चीख रहा था, उसकी कहानी रूह को कंपा देने वाली है. होली के दिन बांका के चान्दन थाना क्षेत्र में एक 8 साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया था. मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप करने के बाद उसकी दोनों आंखें फोड़ दी गयी. फिर उसका मर्डर करके एक नाले में फेंक दिया गया। बच्ची होली खेलने के लिए अपने घर से निकली थी। 


सुशासन के सिपाहियों की मर्दानगी

सीएम हाउस के बाहर आज उस बच्ची के पिता एक महिला समाजसेविका के साथ पहुंचे थे. बच्ची के पिता का कहना था कि पुलिस ने अपराधियों को पकडने के बजाय उनके भाई को गिरफ्तार कर लिया है. वे बार-बार बिहार के सीएम से मिलने का टाइम मांग रहे हैं. वे नीतीश कुमार को उनकी पुलिस की हैवानियत की जानकारी देना चाहते हैं. लेकिन सीएम टाइम नहीं दे रहे हैं. इसलिए वह आज सीएम हाउस के बाहर आये हैं. उनके साथ दिल्ली से आयी महिला एक्टीविस्ट योगिता भयाना भी थी। 


मारी गयी लड़की के पति और योगिता भयाना जब सीएम हाउस के बाहर पहुंचे तो वहां नीतीश कुमार की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने उन्हें भगाने की कोशिश की. फिर कुछ मिनटों के भीतर ही सचिवालय थाने के थानेदार सी. पी. गुप्ता वहां पहुंच गये. ये वहीं कुख्यात सीपी गुप्ता हैं जिन पर पहले भी महिला से बदसलूकी करने समेत कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. लेकिन फिर भी वे वीआईपी सुरक्षा वाले सचिवालय थाने में थानेदार की कुर्सी पर बदस्तूर जमे हैं. सचिवालय थानेदार ने वहां पहुंचते ही लड़की के पिता और महिला कार्यकर्ता के साथ बदसलूकी करना शुरू कर दिया। 


नीतीश का काफिला धुआं उड़ाता निकल गया

इसी बीच सीएम हाउस से नीतीश कुमार का काफिला निकला. बाहर पूरी भीड़ जमा थी. लड़की के पिता औऱ महिला एक्टीविस्ट के साथ पुलिसकर्मी बदसलूकी कर रहे थे. मीडियाकर्मियों की भीड़ जमा थी. लेकिन सीएम का काफिला धुआं उड़ाता वहां से निकल गया. सीएम के निकलने के बाद पुलिस के तेवर औऱ गर्म हो गये. सचिवालय थानेदार ने उस वाकये का वीडियो बना रहे मीडियाकर्मियों के साथ भी धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। 


महिला हो, महिला की तरह रहो

जिस राज में मुख्यमंत्री महिलाओं के लिए काम करने की लंबी कहानी हर रोज सुनाते हैं, वहां उनके आवास के बाहर एक थानेदार के शब्द पढिये. सचिवालय थाने के थानेदार सी. पी. गुप्ता बार-बार महिला एक्टीविस्ट योगिता भयाना को कह रहे थे कि महिला हो महिला की तरह रहो. वे लगातार योगिता भयाना के साथ जुबानी बदसलूकी भी करने में लगे थे. हालांकि मीडियाकर्मियों की मौजूदगी के कारण वे बहुत ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहे थे।


पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया

इसके बाद पुलिस ने पीडित बाप औऱ महिला एक्टीविस्ट योगिता भयाना को धक्के देते हुए गिरफ्तार कर लिया. दोनों को पुलिस जीप पर बिठा कर ले जाया गया. पुलिस ने ना तो उन दोनों को औऱ ना ही मीडियाकर्मियों को बताया कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है. हमारी टीम कुछ देर बाद सचिवालय थाने भी पहुंची, लेकिन दोनों वहां नहीं मिले. पुलिस ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।