थाने में रचाई शादी: प्रेमी युगल ने भगवान शिव के मंदिर में लिए सात फेरे, पुलिस बनी गवाह Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन जानलेवा बना ONLINE गेमिंग: कर्ज में डूबे दंपती ने किया सुसाइड, 6 साल पहले हुई थी शादी Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक Bihar Politics: ‘निषाद समाज को गुमराह करने की साजिश रच रही बीजेपी’ मुकेश सहनी का बड़ा हमला Bihar Politics: ‘निषाद समाज को गुमराह करने की साजिश रच रही बीजेपी’ मुकेश सहनी का बड़ा हमला
1st Bihar Published by: Updated Wed, 03 Aug 2022 11:52:09 AM IST
- फ़ोटो
RANCHI : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद की अवैध खनन और जबरन वसूली से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुश्किलें बढती दिखाई दे रही है. आज बुधवार की सुबह अभिषेक प्रसाद ED दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. ED ने एक अगस्त को पूछताछ के लिए अभिषेक प्रसाद को बुलाया था. अभिषेक ने ईडी से समय की मांग की थी.
इससे पहले ED की टीम पंकज मिश्रा को पहले ही अवैध खनन घोटाले मामले में गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल वह रिमांड पर है. पंकज मिश्रा से पूछताछ के दौरान ED की टीम को कई अहम जानकारियां और रिकॉर्डिंग सबूत मिले थे. जिसके आधार पर ED की टीम ने अभिषेक प्रसाद को समन जारी कर बुलाया था. आज सुबह अभिषेक प्रसाद ED दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.
बता दें कि पिछले दिनों ED ने बयान जारी करते हुए कहा था कि झारखंड में अवैध खनन, जबरन वसूली आदि को लेकर चल रही जांच के सिलसिले में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नेतलाशी के दौरान एक अंतर्देशीय पोत एमवी इंफ्रालिंक- III, पंजीकरण संख्या डब्ल्यूबी 1809 को जब्त किया है. उक्त अंतर्देशीय पोत साहेबगंज के सुकरगढ़ घाट से बिना परमिट के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. इसे राजेश यादव उर्फ दाहू यादव के इशारे पर पंकज मिश्रा और अन्य के साथ मिलकर अवैध रूप से खनन किए गए स्टोन चिप्स/ स्टोन बोल्डर्स के परिवहन के लिए संचालित किया जा रहा था.