PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ मिलकर 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। कांग्रेस के 70 में से कुल 19 उम्मीदवार की विधानसभा पहुंच पाए। पार्टी के इस प्रदर्शन को देखते हुए अब इसकी जवाबदेही तय करने की तैयारी शुरू हो गई है। बिहार चुनाव में हार की समीक्षा की मांग अब पार्टी के अंदर तेजी से उठने लगी है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में चुनाव के अंदर खराब प्रदर्शन की समीक्षा करने की घोषणा के बाद अब पार्टी के अंदर खाने से ही प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को पर मुक्त किए जाने की मांग उठने लगी है।
कांग्रेस के अंदर से ही उठ रही इस आवाज को देखते हुए शक्ति सिंह गोहिल ने अपने इस्तीफे की पेशकश कांग्रेस आलाकमान के सामने कर दी है। पार्टी के सूत्र बता रहे हैं कि गोहिल ने अपने इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दिया है। चर्चा यह भी है कि प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन मोहन झा ने भी कांग्रेस आलाकमान के सामने पद छोड़ने की पेशकश की है हालांकि अधिकारिक तौर पर किसी ने भी इस बात की अब तक पुष्टि नहीं की है।
फर्स्ट बिहार ने कांग्रेस के अंदर चल रहे इस चर्चा को लेकर प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो सकी। 2 दिन पहले आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने जब राहुल और प्रियंका पर बड़े सवाल खड़े किए थे तब शक्ति सिंह गोहिल ने आरजेडी पर जोरदार पलटवार किया था। लोकसभा चुनाव के अंदर बिहार में कांग्रेस के घटिया प्रदर्शन के बाद भी गोहिल ने अपना इस्तीफा कांग्रेस नेतृत्व को दे दिया था लेकिन बाद में उन्हें पद पर बनाए रखा गया। तब मदन मोहन झा के भी इस्तीफे की चर्चा हुई थी लेकिन वह भी विधानसभा चुनाव तक पद पर बने रहे। अब मौजूदा प्रदर्शन के बाद क्या वाकई कांग्रेस से बिहार को लेकर कोई बदलाव करती है यह देखना दिलचस्प होगा।