BUXAR: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय इन दिनों सफाई देते-देते परेशान हैं. वह बार बार यही कह रहे हैं कि वह चुनाव लड़ने नहीं जा रहे हैं, लेकिन लोगों को उनके बातों पर भरोसा नहीं हो रहा है. क्योंकि वह इससे पहले भी बक्सर से लोकसभा का चुनाव लड़ने को लेकर वीआरएस दे चुके हैं, लेकिन ऐन वक्त पर उनको एक पार्टी ने टिकट नहीं दिया.
बक्सर और ब्रह्मपुर से चुनाव लड़ने की चर्चा
बक्सर जिले के रहने वाले गुप्तेश्वर पांडे को बक्सर विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने को चर्चा हो रही है. लेकिन डीजीपी चुनाव लड़ने की चर्चा को अफवाह बता रहे हैं. चर्चा यह भी है कि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को बक्सर या ब्रह्मपुर से चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन बक्सर पहुंचने के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने चुनाव लड़ने वाले बयान को खारिज करते हुए कहा कि अभी तक चुनाव लड़ने वाली बात पूरी तरह से अफवाह है. मैं जहां जाता हूं वही लोग पूछते हैं कि क्या आप चुनाव लड़ने वाले हैं. यह सब अफवाह है. उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर रहने के बाद अगर कोई भी व्यक्ति सेवानिवृत्त या वीआरएस लेकर चुनाव लड़ सकता है लेकिन मैं अभी चुनाव नहीं लड़ने वाला नहीं हूं.
बंद कमरे में स्थानीय नेताओं के साथ की मुलाकात
चुनाव लड़ने की चर्चा इसलिए भी हो रही है कि डीजीपी ने बंद कमरे में घंटों जेडीयू के बक्सर जिलाध्यक्ष के साथ बंद कमरे में बात की, जिलाध्यक्ष ने कहा कि डीजीपी ने शिष्टाचार मुलाकात बताया और कहा कि चुनाव पर कोई चर्चा नहीं हुई. हमलोग एक साथ के विद्यार्थी है, इसलिए आज मुलाकात हुई है. गुप्तेश्वर पांडेय अच्छे आदमी हैं, अगर पार्टी में आएंगे तो स्वागत है. बता दें कि बक्सर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय बक्सर के रहने वाले हैं. बक्सर के लोग यह जानते हैं कि डीजीपी कई सालों से राजनीति में आने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सही समय पर अब तक उनकी एंट्री नहीं हो पायी है. लेकिन आज न कल वह जरूर राजनीति में आएंगे.