PATNA : नीतीश सरकार के मंत्री जी पटना के अपने बंगले को लॉक करके रहते थे. गेट हमेशा बंद रहता था. अगर कोई आदमी गेट पर पहुंच जाये तो फाटक के दूसरी ओर से हाउस गार्ड का चेहरा नजर आता था. हाउस गार्ड बोलता-मंत्री जी किसी से नहीं मिल रहे हैं. फिर मुलाकाती चाहे कितना भी गुहार लगाता गेट नहीं खुलता था. वही मंत्री जी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
चुनाव के चक्कर में कोरोना के शिकार बन रहे नेता
जेडीयू के एक विधायक ने नीतीश सरकार के मंत्री शैलेश कुमार को लेकर आज ये कहानी सुनायी. विधायक ने कहा कि उन्होंने पिछले दो महीने में मंत्री से मिलने की कई दफे कोशिश की. लेकिन वे नहीं मिले. फोन पर बात हुई तो मंत्री ने कहा था कि जो काम है वो फोन पर ही बता दीजिये. हम देख लेंगे. पटना के बंगले और दफ्तर को लॉक रखने वाले मंत्री शैलेश कुमार आज कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
दरअसल मंत्री जी को चुनाव के चक्कर ने पॉजिटिव हो जाना पड़ा. पटना में तो लोगों से दूरी बना ली. लेकिन जब चुनावी तैयारियां शुरू हुई तो क्षेत्र की याद आयी. क्षेत्र में दूरी बनाते तो जनता चुनाव में दूरी बना लेती. लिहाजा अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद मंत्री जी अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंच गये. वहां कार्यकर्ताओं से लेकर आम लोगों से मुलाकात की. वहीं संक्रमण के शिकार हो गये.
बिहार के कई नेता बन चुके कोरोना के शिकार
चुनाव के चक्कर में ही बिहार के कई नेता कोरोना के शिकार बन चुके हैं. कोरोना से संक्रमित होने वाले मंत्री, सांसद और विधायक-विधान पार्षदों की तादाद 15 से उपर हो चुकी है. सारे के सारे नेता क्षेत्र में जाकर संक्रमित हुए हैं. चुनाव सामने है लिहाजा जनता से दूरी बना कर नहीं रख सकते. शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रखने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है. बिहार में अब तक मंत्री विनोद सिंह, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, सांसद वीणा देवी समेत कई नेता कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
सूबे में कोरोना का संकट हर दिन गहराता जा रहा है. नेता इसे समझ रहे हैं लेकिन जेडीयू और बीजेपी का नेतृत्व हर हाल में चुनाव कराने पर अड़ा हुआ है. लिहाजा कोरोना संकट को भूल कर नेताओं को क्षेत्र में जाना पड़ रहा है.