चाचा पारस पर चिराग ने बोला सबसे बड़ा हमला, बोले.. मंत्री बनने के लालच में परिवार को भूल गए

चाचा पारस पर चिराग ने बोला सबसे बड़ा हमला, बोले.. मंत्री बनने के लालच में परिवार को भूल गए

PATNA : बिहार में आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कर चुके एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज अपने चाचा पशुपति पारस के ऊपर जोरदार हमला बोला है. चाचा पारस के ऊपर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा है कि मंत्री बनने के लालच में चाचा ने परिवार को भुला दिया. चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार ने पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान को अपमानित करने का काम किया. लेकिन चाचा आज उन्हीं की गोद में जाकर बैठे हुए हैं.  


लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि मंत्री पद इतना बड़ा नहीं हो सकता कि उसके लिए पार्टी और परिवार को छोड़ दिया जाए. चिराग ने कहा कि मुझे अगर ऐसे शर्तों पर मंत्री बनना होता तो मैं कभी मंत्री बनना कबूल नहीं करता. चाचा ने मेरे पिता रामविलास पासवान के विचारों को पांव तले कुचलने कर एक अलग गुट बनाने का काम किया. पार्टी ने इन सभी को निष्कासित कर दिया है.


चिराग पासवान ने कहा कि उनके विरोधी एक हर दलित को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं. कल उन्होंने बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने से रोक दिया. चिराग ने कहा कि वह धारा के विपरीत नाव चला रहे हैं. उनके पापा ने उन्हें यही सिखाया है. एनडीए के साथी मीडिया में झूठ बोल रहे हैं कि उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में 15 सीटें दी जा रही थीं. ये गलत है. 


चिराग ने कहा कि महबूब अली कैसर के बेटे के लिए सीट नहीं मिल रही थी. वीणा देवी की बेटी के लिए सीट नहीं मिल रही थी. चंदन सिंह के चार-पांच उम्मीदवार हे, जिन्हें वो नवादा की तमा सीटों से चुनावी मैदान में उतारना चाहते थे, उन्हें भी सीट नहीं मिल रही थी. प्रिंस राज के बड़े भाई के लिए रोसड़ा से सीट नहीं मिल रही थी. विधानसभा चुनाव में इनमें से कोई भी 15 सीट पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं था. एनडीए के अन्य साथियों के फैसले से इनमें से कोई भी सहमत नहीं था.