चिराग को फिर चौंकाने जा रहे चाचा पशुपति, जान लीजिये क्या है इसबार का बड़ा प्लान

चिराग को फिर चौंकाने जा रहे चाचा पशुपति, जान लीजिये क्या है इसबार का बड़ा प्लान

PATNA : बिहार की राजनीति में अपनी साख बचाने के लिए चिराग पासवान इनदिनों जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं. लेकिन भतीजे को गच्चा देकर मोदी कैबिनेट में जगह बनाने वाले उनेक चाचा पशुपति कुमार पारस ने एक और बड़ा मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पशुपति कुमार पारस पहली बार बिहार आ रहे हैं.


बीते महीने चिराग पासवान को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के 5 सांसदों को साथ में लेकर लोक जनशक्ति पार्टी पर अधिकार जताने वाले केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस अपने खेमे को और भी ज्यादा मजबूत करने जा रहे हैं. इसके लिए पशुपति पारस ने एक बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है. पशुपति चिराग को उन्हीं के एक्शन में जवाब देने जा रहे हैं.


लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा के बाद उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पूरे बिहार का दौरा करने की रणनीति तैयार की है. केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस बिहार के एक एक जिले में जायेंगे और अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे. इसलिए पशुपति ने बिहार के सभी जिलों में दौरा करने का एलान कर दिया है. 



एलजेपी पारस खेमा की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस स्वतंत्रता दिवस के बाद बिहार में कदम रखेंगे. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पशुपति कुमार पारस पहली बार बिहार आ रहे हैं. वह 15 अगस्त के बाद पटना आ जायेंगे. पारस खेमा ने बताया कि बिहार आने के बाद पशुपति पटना में कम जिलों में कार्यकर्ताओं के बीच ही ज्यादा रहेंगे. वे जिले के कार्यकर्ताओं से वह रूबरू होंगे और उनका मनोबल बढ़ाएंगे.


लोजपा (पारस) के मुख्य प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि इसी बीच पार्टी की नवगठित प्रदेश कमेटी और जिलाध्यक्षों बैठक एक अगस्त को पार्टी कार्यालय में तय की गई है. इस  बैठक की अध्यक्षता लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रिंस राज करेंगे. 


प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए प्रिंस राज ने ही 1 अगस्त को प्रदेश कार्यालय में पारस खेमे के सभी जिलाध्यक्षों, सभी प्रकोष्ठ अध्यक्षों के अलावे प्रदेश कमेटी की बैठक बुलाई गई है. पशुपति कुमार पारस के बिहार दौरे को लेकर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में प्रिंस पार्टी के कार्यकर्ताओं और नए पदाधिकारियों को बड़ा टास्क दे सकते हैं.