DELHI : गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद भारत का रुख चीन को लेकर अभी भी सख्त है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि चीन के रक्षा मंत्री से भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुलाकात नहीं करेंगे। लगातार खबरें आ रही थी कि रूस दौरे पर राजनाथ सिंह चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात कर सकते हैं। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भी यह दावा किया था कि उसके रक्षा मंत्री वेई फेंगहे से भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मुलाकात हो सकती है।
ग्लोबल टाइम्स समेत तमाम ऐसी मीडिया रिपोर्ट को भारतीय रक्षा मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। रक्षा मंत्रालय की तरफ से स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि राजनाथ सिंह रूस दौरे के दौरान चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात नहीं करेंगे। ग्लोबल टाइम्स लगातार चीन में इस तरह की रिपोर्ट दिखा रहा था कि भारतीय रक्षा मंत्री चीन के साथ बातचीत करने को आतुर हैं। इन तमाम रिपोर्ट को खारिज करते हुए रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि राजनाथ सिंह का दौरा बहुत ही सीमित है और वह रूस की विजय दिवस पर आए परेड में शामिल होंगे।
रूस की विक्ट्री डे परेड में भारत और चीन दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों को शामिल होना है और उसके 75वें विजय दिवस समारोह में शरीक होने के लिए भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को न्योता मिला था। इसी बीच चीन की सेना ने गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ धोखा कर दिया। बावजूद इसके रक्षा मंत्री रूस के दौरे पर हैं और वह 24 जून को यहां समारोह में शामिल होंगे। भारत की तरफ से मास्को में आयोजित होने वाली परेड में तीनों सेनाओं के 75 सैनिक भी शामिल हो रहे हैं। इसकी अगुवाई एक कर्नल रैंक के अधिकारी कर रहे हैं।