14 दिन से धरना पर बैठे पूर्णिया विश्वविद्यालय के कर्मी की मौत, आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच झड़प

14 दिन से धरना पर बैठे पूर्णिया विश्वविद्यालय के कर्मी की मौत, आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच झड़प

PURNIA : पूर्णिया से बड़ी खबर आ रही है। 14 दिनों से धरना पर बैठे पूर्णिया विश्वाविद्यालय कर्मी की मौत हो गयी। मौत के बाद आंदोलनकारियों का गुस्सा भड़क उठा। हंगामे के बीच पुलिस ने उनकी झड़प हुई । 


लगातार 14 दिनों से हड़ताल पर बैठे पूर्णिया विश्वविद्यालय के कर्मियों का गुस्सा तब फूट पड़ा जब धरना पर बैठे एक कर्मी की दिल का दौड़ा पड़ने से मौत हो गयी । मृतक राम सोहित मंडल फॉरबिसगंज कॉलेज में नियुक्त हुए थे , जिसके बाद उन्हें विश्विद्यालय में कार्यभार संभालने बुलाया गया, फिर वहां से विभिन्न कॉलेज में भेजा गया था, वर्तमान में पूर्णिया के धमदाहा में पीटीआई के तौर पर कार्यरत थे । 


मृतक की पत्नी का आरोप है कि धरना समाप्त करने के लिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। इस मामले में विश्विद्यालय के पीआरओ रजनीश का नाम सामने आया है, जिन पर आरोप है कि कॉल पर अंतिम बार बात हुई थी तब से वो परेशान थे । पत्नी ने आरोप लगाया है कि वे बीते 4 साल से सैलरी नहीं मिलने पर थक हार कर अंतत: आंदोलन पर बैठे थे, जिसे बार-बार खत्म करने की धमकी मिल रही थी । 


उधर मृतक कॉलेजकर्मी के शव के साथ परिजन और अन्य कर्मी विश्विद्यालय परिसर के धरना स्थल पर बैठ गए। प्रदर्शन कर लोगों की मांग थी कि कुलपति सहित अन्य आधिकारिक पद पर बैठे पदाधिकारी के खिलाफ अविलम्ब कार्यवाही करें । सदर एसडीपीओ आनन्द कुमार पांडेय के साथ 4 थाना की पुलिस बल विश्विद्यालय परिसर पहुंची। आक्रोश इतना बढ़ गया कि पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच तीखी बहस हुई । अंत मे मामला दर्ज कर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया ।