PATNA : नया साल सूबे के चार लाख नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी लेकर आने वाला है। नये साल में सेवा शर्त तैयार हो जाने की पूरी उम्मीद है वहीं वेतन बढ़ोतरी भी तय है।
राज्य के प्राइमरी, मिडिल और हाई स्कूल के चार लाख नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त की सालों से चली आ रही मांग अब इस चुनावी वर्ष में पूरी होने जा रही है। 2015 में नियोजित शिक्षकों के बड़े आंदोलन के बाद नया वेतनमान तो लागू हो गया था लेकिन सेवा शर्त की मांग लटक गयी थी। समान काम समान वेतन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाने से सेवा शर्त की सारी प्रक्रिया धरी की धरी रह गयी थी।
साल 2020 के मार्च-अप्रैल माह तक सेवा शर्त तैयार हो जाने की उम्मीद जतायी जा रही है। सेवा शर्त की सुविधा मिलते ही नियोजित शिक्षकों को प्रमोशन का लाभ मिलेगा। सेवा शर्त लागू होने से दूसरा बड़ा लाभ तबादले की मिलेगा। शिक्षक नियोजन क्षेत्र से बाहर भी ट्रांसफर-पोस्टिंग करवा सकेंगे।
बता दें कि सेवा शर्त का एक एक ड्रॉफ्ट भी बना लेकिन वर्ष 2017 में नियोजित शिक्षकों को स्थायी शिक्षकों के समान वेतन देने से संबंधित एक वाद पर सुनवाई में पटना उच्च न्यायालय के आदेश के प्रभाव से नियोजित शिक्षकों की नियमावली ही कायम नहीं रह सकी।
सेवा शर्त के साथ-साथ नये साल पर नियोजित शिक्षकों को वेतन बढ़ोतरी का भी लाभ मिल सकता है। 5 सितम्बर को ही सीएम नीतीश कुमार ने इसके संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि समय आने पर पैसा भी बढ़ायेंगे। हालांकि कितना बढ़ेगा, यह तय नहीं है पर माना जा रहा है कि 20फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
.............