पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
SARAN : बिहार के छपरा के मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में हुए संघर्ष के बाद स्थिति पहले से कुछ सुधरी है। जिसके बाद अब जिले के डीएम ने बिहार गृह विभाग को पत्र लिखकर पूरी तरह से इंटरनेट सुविधा बहाल करने का आग्रह किया है। जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब छपरा में इंटरनेट सुविधा बहाल कर दी गई है। यह फैसला क्षेत्र में स्थिति पर काबू कर इलाके में शांति होने के बाद लिया गया है।
दरअसल, छपरा जिले के मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में बीते 2 फरवरी को मुखिया पति विजयी यादव पर फायरिंग हुई थी। जिसके बाद मुखिया समर्थकों ने तीन युवकों पर आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई पोल्ट्री फार्म में की। जिसका एक वीडियो भी सामने आया था। मुखिया समर्थकों ने इस कदर पिटाई की थी कि आरोपियों में से एक युवक की मौत हो गयी। जबकि दो युवक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिसमें एक युवक की मौत हो गई है। इस घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया था और इलाके में इंटरनेट सुविधा बंद कर दी गई थी।
छपरा डीएम ने आदेश जारी करते हुए एहतियातन सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्वीटर, वाट्स एप आदि साइट्स पर बैन लगाया था। सोशल मीडिया पर बैन लगाने का आदेश बिहार के गृह विभाग ने ही जारी किया था। सबसे पहले जिले में आज 8 फरवरी की रात 11 बजे तक रोक था। इसके बाद इंटरनेट सुविधा 10 तारीख तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है। जिसके बाद अब इलाके में इंटरनेट बहाल करवा दी गई है। इतना ही नहीं इस पुरे इलाके में अभी भी पुलिस कैम्प कर रही है। हालांकि, स्थिति नियंत्रण में बतायी जा रही है।
आपको बताते चलें कि, घटना के तीन दिनों के बाद 5 फरवरी को उस समय बवाल मच गया, जब मृतकों के परिजनों ने मुखिया और उसके गांव में पहुंचकर घरों में आग लगानी शुरू कर दी। इस दौरान कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया। यहां तकर ट्रैक्टर और ट्रक सहित कई सामान को जलाकर राख कर दिया गया। इस घटना के बाद से स्थिति तनावपूर्ण हो गयी, जिसे देखते हुए धारा 144 लागू कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और फोर्स के जवान तैनात किए गए।