'चंद्रयान-3' सफल लेकिन 'राहुलयान' की ना तो लॉन्चिंग हुई ना लैंडिंग, बोले राजनाथ सिंह..ड्राइविंग सीट पर गहलोत..कोई और दबा रहा क्लच-एक्सेलरेटर

'चंद्रयान-3' सफल लेकिन 'राहुलयान' की ना तो लॉन्चिंग हुई ना लैंडिंग, बोले राजनाथ सिंह..ड्राइविंग सीट पर गहलोत..कोई और दबा रहा क्लच-एक्सेलरेटर

DESK: रामदेवरा में भाजपा की तीसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाई। इससे पहले उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। बता दें कि भाजपा की तीसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा जोधपुर संभाग में 20 दिन में 51 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी। सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा।


राजनाथ सिंह ने कहा कि चंद्रयान-3 तो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतर गया लेकिन ‘राहुलयान’ की 20 साल से ना तो लांचिंग हो पाई और ना ही लैंडिंग ही हो पाई है। राजनाथ सिंह ने कहा कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन पर है। राजस्थान में पेपर लीक हो रहे हैं। यहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं, उसका क्लच और एक्सेलरेटर कोई और दबा रहा है।


देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दौरान इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए 28 दल एक हुए। लेकिन इस घमंडिया गठबंधन की हालत नाम बड़े दर्शन छोटे जैसी है। इस गठबंधन के लोग सनातन धर्म को चोट पहुंचा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के तमाम नेता चुप्पी साध रखे हैं। कोई कुछ नही बोल रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि सनातन धर्म का ना कोई जन्म हैं और ना ही अंत है। 


उन्होंने बताया कि राजस्थान में 56 महीने में 7 हजार 650 निर्दोष लोगों की हत्या हुई है। 10 लाख केस दर्ज किये गये हैं। राजस्थान जैसी स्थिति कहीं नहीं है। 2 लाख में से 31 हजार रेप के हैं। छोटी-छोटी बच्चियों के साथ रेप किया गया है। जोधपुर में तो पूरे परिवार की हत्या की गयी है। उदयपुर में जो कुछ हुआ वो सब जानते हैं। भाजपा की तीसरी संकल्प यात्रा परिवर्तन का शंखनाद है। 


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सनातन धर्म पर द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया पर हमला बोला. कहा कि इसमें शामिल लोगों को सनातन धर्म के अपमान के लिए क्षमा मांगनी चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत जैसे कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर मौन क्यों हैं?