CHAMPAARAN : अपने एकदिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा ऐलान कर दिया है। अमित शाह ने यह साफ कर दिया है कि अब किसी भी परिस्थिति में भाजपा जदयू के साथ गठबंधन नहीं करने वाली है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। अब नीतीश कुमार कितनी भी कोशिश कर ले हैं भाजपा का दरवाजा उनके लिए खुलने वाला नहीं है।
दरअसल, बिहार के पश्चिमी चंपारण के वाल्मिकीनगर इलाके के अंतर्गत लोहड़िया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह कहा कि, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार की जनता ने भाजपा के लोगों पर भरोसा की कर बिहार में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनाई। वहीं, हमने नीतीश कुमार से वादा कर रखा था इसलिए उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा था। लेकिन, नीतीश कुमार अपनी आदतों से मजबूर है।
अमित शाह ने कहा कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हर 3 साल में पीएम बनने का सपना आता है। इसलिए वह इधर से उधर पलटी मारते रहते हैं। अब उनको एकबार फिर से सपना आया और अगस्त के महीने में पलटी मार लिया और ऐसे लोगों के साथ जाकर शामिल हो गया जिसका विरोध हमारा एनडीए गठबंधन शुरू से करता रहा।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार जिस जंगलराज के खिलाफ बोलकर नेता बने थे आज उसी जंगलराज के जन्मदाता के गोद में जाकर बैठ गए हैं। वह अपनी कुर्सी के लिए किसी के भी साथ जाकर बैठ सकते हैं। इसके साथ हीअमित शाह ने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बिहार में बनानी है। इसकी शुरुआत 2024 में करनी है। उन्होंने लोगों से 24 में बीजेपी को सभी सीटों पर जिताने की अपील की और कहा कि जो जंगलराज लाए हैं, उन्हें सत्ता से बाहर करना है।
लालू के बेटे को सीएम बनाने का नीतीश ने किया है वादा
इसके अलावा उन्होंने कहा कि, नीतीश ने लालू के बेटे को सीएम बनाने का वादा किया है। पर नीतीश तारीख नहीं बता रहे हैं। अगर वादा किया है तो तारीख बताएं कि तेजस्वी को कब मुख्यमंत्री बनाएंगे। आरजेडी के विधायक रोज मांग कर रहे हैं। तेजस्वी के आने से बिहार में पूरा जंगलराज आ जाएगा। लालू यादव, सोनिया गांधी, नीतीश कुमार की पार्टी भी राज्यसभा में 370 हटाने का विरोध करती थी। कहते थे कि कश्मीर में खून की नदियां बह जाएंगी। ये मोदी सरकार है, खून की नदियां छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं हुई है। पीएम मोदी ने भारत माता के मुकुट कश्मीर को हमेशा देश के साथ जोड़ने का काम किया। जंगलराज लाने वाले लालू के नेतृत्व में बिहार का कल्याण नहीं हो सकता ह।
इसके आलावा उन्होंने कहा कि, बिहार में आरजेडी और जेडीयू का गठबंधन पानी और तेल के जैसा है। दोनों कभी नहीं मिलते हैं। आरजेडी तेल तो जेडीयू पानी है। पीएम बनने के लिए कांग्रेस और आरजेडी की शरण में गए और बिहार का बंटाधार कर दिया। जिन लोगों ने भी नीतीश को पीएम बनाने का झुनझुना पकड़ाया है। वे करोड़ों रुपये का विमान भी खरीद रहे हैं। मगर केंद्र में जगह खाली नहीं है। 2024 में मोदी ही आने वाले हैं।
नीतीश में साहस हो तो आरजेडी और कांग्रेस का हिसाब जनता के सामने रखें
जबकि, बजट पर बातचीत करते हुए अमित शाह ने कहा कि, 15 हजार करोड़ के तीन प्रोजेक्ट हाइवे के पीएम मोदी ने दिए। पहला बेतिया-पटना तमकुहीं तक, दूसरा गोरखपुर से सिलीगुढ़ी और तीसरा बेतिया-पटना हाइवे का निर्माण कराया जाएगा। लेकिन नीतीश बाबू ने जमीन ही नहीं दी क्योंकि लालू यादव का दबाव है। रक्सौल के हवाई अड्डे के लिए भी जमीन नहीं मिली। पीएम मोदी ने 15 हजार करोड़ की मदद जो बिहार को भेजी है उसमें रोड़ा मत बनिए।
इसके साथ ही केंद्र में जब यूपीए की सरकार थी तब बिहार को सिर्फ 50 हजार करोड़ रुपये दिए थे। मगर पीएम मोदी ने 2014 से 19 तक 1 लाख 9 हजार करोड़ बिहार को दिए। मैं मोदी का हिसाब लेकर आया हूं। आप में साहस हो तो आरजेडी और कांग्रेस का हिसाब जनता के सामने रखें। यूपीए सरकार ने 1.36 लाख करोड़ कर निर्धारण नीति के तहत दिया था। मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर 2 लाख 83 हजार 452 करोड़ रुपये कर दिया।