JAMUI : चकाई में विकास को लेकर जदयू नेता सह पूर्व विधायक सुमित कुमार लगातार प्रयासरत हैं. जिसके बाद से शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव आ रहे हैं.
इस बारे में सुमित सिंह ने बताया कि चकाई-सोनो के 18 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को सत्र 2020-22 के लिए 10+2 स्तर की पढ़ाई के लिए अनुमति प्रदान की गई ह.। 40-40 विद्यार्थियों के दो सेक्शन वर्ग संचालन को मान्यता दी गयी है. उन्हें उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रूप में कोड आवंटित कर दिया गया है. करोना काल के संकट का बादल छटने के बाद वहां ग्यारहवीं और बारहवीं की पढ़ाई शुरू हो जाएगी. इससे चकाई-सोनो में शैक्षणिक क्रांति का नया दौर शुरू हो सकता है.
सुमित सिंह ने बताया कि इसे लेकर पूर्व में कई बार प्रयास किया था, राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा से व्यक्तिगत मुलाकात में मैंने चकाई-सोनो समेत पूरे जमुई जिले में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के संबंध में शीघ्र निर्णय का आग्रह किया था, जिससे आगामी सत्र में स्थानीय छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो सकें. मेरी मांग को देखते हुए उन्होंने इस दिशा में शीघ्रता से तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर समुचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी जब मुलाकात का अवसर मिला तो मैंने क्षेत्रीय आवश्यकताओं को रेखांकित किया था. उन्होंने भी विकास आकांक्षाओं को लेकर मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया है. इसका असर ये है कि पूरे जमुई जिले में 53 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को कोड आवंटित कर ग्यारहवीं, बारहवीं की कक्षा संचालन को अनुमति प्रदान की गई है. इन विद्यालयों में आवश्यक शिक्षकों का पदस्थापन एवं शिक्षण के लिए आवश्यक आधारभूत संरचनाओं का विस्तार जरूरत के अनुसार किया जाएगा. इसके लिए चकाई-सोनो समेत जमुई जिलावासियों की ओर से मुख्यमंत्री को हृदयतल से आभार! शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा को बहुत-बहुत साधुवाद!
सुमित सिंह ने कहा कि मेरा लक्ष्य है कि इन सभी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण का माहौल विकसित करना, जिससे हमारे चकाई-सोनो समेत जमुई के सुदूरवर्ती इलाके के विद्यार्थियों विशेषकर छात्राओं को अपने घर पर ही उच्चतर शिक्षा की सुविधा उपलब्ध हो सके. प्रायः ग्रामीण इलाकों में छात्र-छात्राएं मैट्रिक के बाद मजबूरीवश अपनी पढ़ाई छोड़ने को विवश हो जाते है, उनके गांव-घर के पास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शुरू होने से उन्हें अब अपनी पढ़ाई रोकनी नहीं होगी. उनके लिए आसमान अब मुट्ठी में होगी. वह अपनी आकांक्षाओं के अनुसार दुनिया की विभिन्न विधा, ज्ञान के क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे विधायक बनने से पूर्व चकाई-सोनो में मात्र 9 उच्च विद्यालय थे. मेरे पांच वर्षीय कार्यकाल में यह बढ़कर कुल 43 उच्च विद्यालय हो गए. चकाई प्रखंड में पांच हाईस्कूल था, वहां नए 19 उच्च विद्यालय की स्थापना की स्वीकृति दिलाई, तब कुल 24 उच्च विद्यालय बन गए. सोनो प्रखंड में महज़ चार उच्च विद्यालय था, मेरे कार्यकाल में वहां 16 नए उच्च विद्यालयों की स्वीकृति दिलाई, तब वहां कुल 20 उच्च विद्यालय हो गए. उन्होंने कहा कि मेरा शिक्षा, शिक्षण, पठन-पाठन, ज्ञान संवर्द्धन से ताल्लुक रहा है. मेरी प्राथमिकताओं की सूची में शिक्षा सर्वोच्च स्थान पर है. बिहार का यह अंतिम विधानसभा क्षेत्र शैक्षणिक क्षेत्र में सबसे अग्रणी बने, यही मेरा लक्ष्य है.