PATNA: नीतीश कुमार के शराबबंदी वाले बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा लोग शराब पी रहे हैं. ये आरोप कोई विपक्षी पार्टी नहीं लगा रही है बल्कि ये केंद्र सरकार की रिपोर्ट है. महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि देश के कई और राज्यों से भी ज्यादा लोग बिहार में रह कर जाम छलका रहे हैं.
क्या है केंद्र सरकार की रिपोर्ट
दरअसल केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट जारी किया है. इसमें ये जानकारी दी गयी है कि किस राज्य में कितने लोग शराब का सेवन कर रहे हैं. उन्हीं आंकड़ों ने बिहार में शराबबंदी की पोल खोल दी है. केंद्र सरकार के नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक बिहार में तकरीबन 15.5 फीसदी लोग शराब का सेवन कर रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या में नाबालिग भी शामिल हैं. केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के ग्रामीण इलाकों में में 15 साल से ज्यादा उम्र के 15.8 फीसदी लोग शराब पी रहे हैं. वहीं, शहरी इलाके में 14 फीसदी से ज्यादा लोग शराब पी रहे हैं.
महाराष्ट्र से ज्यादा बिहार में शराबी
केंद्र सरकार की नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे कह रही है कि बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा लोग शराब पी रहे है. सर्वे के मुताबिक बिहार में साढ़े पंद्रह फीसदी लोग शराबबंदी के बावजूद जाम छलका रहे हैं. ये आकंड़ा इसलिए हैरान करता है क्योंकि बिहार बीते साढे चार साल से शराबबंदी कानून लागू है. उधर महाराष्ट्र में जहां शराब पर कोई रोक नहीं है सिर्फ 13.9 प्रतिशत लोग ही शराब पी रहे हैं. महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में 13 फीसदी पुरुष शराब का सेवन करते हैं. जबकि बिहार के शहरी इलाकों में 14 फीसदी पुरुष शराब का सेवन करते हैं. महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में 14.7 प्रतिशत पुरूष शराब पीते हैं, बिहार के ग्रामीण इलाके में 15.8 फीसदी पुरूष शराब का सेवन कर रहे हैं.