बक्सर में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन, 11 जोड़ियां पवित्र बंधन में जुड़ी

बक्सर में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन, 11 जोड़ियां पवित्र बंधन में जुड़ी

BUXAR: बक्सर में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें 11 जोड़ियां पवित्र बंधन में जुड़े। समर्थ एवं एमटीडी फाउंडेशन द्वारा जेल रोड स्थित बगीचा उत्सव लॉन में 11 जोड़ियों की बिना दहेज़ के सामूहिक विवाह कराया गया। समारोह का उद्घाटन सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा और खाद्य आपूर्ति विभाग के चेयरमैन विद्यानंद विकल द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके बाद सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान परिसर में बने जयमाल स्टेज पर 11 जोड़ी लड़के लड़कियों का जयमाल का रस्म हुआ। फिर बार बारी से सभी जोड़ियों के परिजनों द्वारा आशीर्वाद दिया गया। वहीं, समारोह में पहुचे अतिथियों द्वारा भी वर वधू को भी आशीर्वाद दिया गया। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि गरीब लड़कियों की शादी करवाना एक यज्ञ होता है लेकिन यह 11 लड़कियों को शादी एक साथ दहेज मुक्त करवाया जा रहा है जो एक महायज्ञ है। यह विवाह समारोह जनकपुरी धाम की याद दिला रहा है। वर वधु के आशीर्वाद के बाद परिसर में बने मंडप में कन्यादान का रस्म अदायगी की गई।


कार्यक्रम के दौरान डीडीसी महेंद्र पाल, कार्यक्रम संयोजक डा.पी. के. पांडे, सचिव सिकंदर यादव, डा. दिलशाद आलम, बीडीओ दीपचंद जोशी, नीरज पाठक, सिमरी प्रखंड प्रमुख प्रियंका पाठक, शशि गुप्ता, सुनील मिश्रा, कल्याणी हर्बल के राजन तिवारी, धीरज मिश्रा, त्रिभुवन पाठक, गीतू तिवारी, दीपक सिंह, विकास तिवारी, निकू ओझा, धीरेंद्र मिश्रा, तूफानी यादव, सौरभ तिवारी समेत और भी समाजसेवी उपस्थिति रहे। अध्यक्ष मिथलेश पांडे ने कहा कि अगले साल 51 जोड़ो की शादी कराई जाएगी इस से बढ़कर नेक काम कोई नही है जिन लोगों ने सहयोग किया है उन्हें दिल से आभार करते हुए इस सफल आयोजन पर पूरे बक्सर वासियों धन्यवाद देता हूं।


शोभायात्रा निकालकर दी गयी विदाई


सामूहिक विवाह समारोह के अध्यक्ष मिथिलेश पांडेय ने कहा की इस तरह आयोजन हर साल किया जाएगा और विवाह करने वाले की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि दहेज के लोभ में जिस तरह गरीब युवतियां शादी ने होने से शर्मिंदगी झेल रही हैं। वैसे ही समाज के युवाओं का भी हाल है। इसमें किसी जाति विशेष की बात नहीं बल्कि विभिन्न जातियों से आने वाले युवावस्था के लड़के लड़कियां हैं। उन्होंने इस पुनीत कार्य मे सहयोग के लिए स्थानीय लोगों समाजसेवियों व अन्य का भी आभार जताया। कहा कि ऐसे सामूहिक प्रयास से समाज मे वास्तविक बदलाव लाये जा सकते हैं।


उद्घाटनकर्ता विद्यानंद विकल जी ने कहा कि इस तरह की कार्यक्रम में सहयोग तबतक रहेगा जबतक की प्राण रहेगा। वही समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे विष्णु ओझा, अशोक मिश्रा, आर्यन बालू, निशा उपाध्याय, खुशी, श्वेता ने अपने गानों से समा बांध दिया। विवाह संपन्न होने के पश्चात अंत में सभी 11 जोड़ियों के साथ शोभायात्रा निकाल कर विदा किया गया। जिसमे अध्यक्ष मिथिलेश पांडे द्वारा सभी कन्याओं का कन्यादान किया। लड़कियों की शादी के बाद उन्हें धूमधाम से उपहार स्वरूप देकर विदाई हुई। ताकि उन गरीब परिवार को यह ना लगे की शादी में किसी प्रकार का कमी हुई है।