बुलेट पर बैठे गिरिराज सिंह तो खुल गयी नीतीश के दावों की पोल: PM के दूत बन कर कश्मीर में मारे गये बिहारियों के घर पहुंचे केंद्रीय मंत्री

बुलेट पर बैठे गिरिराज सिंह तो खुल गयी नीतीश के दावों की पोल: PM के दूत बन कर कश्मीर में मारे गये बिहारियों के घर पहुंचे केंद्रीय मंत्री

ARARIA: कश्मीर में मारे गये दो बिहारियों के परिजनों से मिलने के लिए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को बिहार के अररिया भेजा तो नीतीश कुमार के दावों की पोल खुल गयी। नीतीश कुमार औऱ उनकी सरकार लगातार दावे करती रही है कि बिहार के सभी गांव औऱ टोलों को पक्की सड़क से जोड़ दिया गया है। गांवों की हर गली को पक्की बना दिया गया है लेकिन अररिया के जिस महादलित बस्ती के लोग कश्मीर में मारे गये उनके दोले में पहुंचने के लिए मोटरसाइकिल के अलावा कोई दूसरा तरीका केंद्रीय मंत्री को नहीं दिखा। गिरिराज सिंह ने दोनों मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रूपये का चेक सौंपा। 

बुलेट पर गिरिराज

दरअसल अररिया के बौंसी दाह टोला के सी थाना क्षेत्र के बौंसी दाह महादलित टोला के राजा कुमार और खेरूगंज के योगेद्र ऋषिदेव की हत्या कश्मीर में आतंकवादियों ने कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूत बनकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बुधवार को दोनो के परिजनों से मिलने औऱ उन्हें पांच-पांच लाख रूपये का मुआवजा देने पहुंचे थे. बौंसी दाह टोला में राजा कुमार के घर जाने के लिए गिरिराज सिंह को मोटरसाइकिल की सवारी करनी पड़ी. महादलितों के इस टोले तक कोई पक्की सड़क नहीं है. महादलित टोले से आधे किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी पर एक पक्की सड़क है. वहां से गांव में जाने के लिए कोई पक्की सडक नहीं है. महादलित टोले तक जाने वाली कच्ची सड़क पर कीचड़ औऱ पानी लगा था. 


स्थिति ऐसी थी कि उस सड़क पर पैदल चलकर भी नहीं जाया जा सकता था. ऐसे में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपनी आगवानी के लिए आये बीजेपी के एक नेता की मदद ली. मंत्री गिरिराज सिंह बीजेपी नेता की बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार हो गये औऱ फिर बौसी दाह टोला में स्व. राजा कुमार के घर पहुंचे. उनके साथ चल रहे सांसद प्रदीप कुमार सिंह, विधायक अचमित ऋषिदेव औऱ दूसरे नेताओं को भी मोटरसाइकिल पर बैठ कर ही महादलित टोले में जाना पड़ा. 


मृतकों के परिजनों को पांच लाख का मुआवजा

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बौंसी दाह टोला के बाद  नंदनपुर गांव पहुंचे और कश्मीर में आतंकियों की गोली से घायल हुए चुनचुन ऋषिदेव के परिजनों से मुलाकात की. गिरिराज सिंह अररिया प्रखंड के बनगांवा पंचायत के खैरूगंज गांव भी गये औऱ कश्मीर में मारे गये जोगेंद्र ऋषिदेव के पार्थिक शरीर को श्रद्धांजलि दी और शोक जताया।


बाद में गिरीराज सिंह ने अररिया में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संवादवाहक के रूप में आतंकवादी हमले में मारे गए मजदूरों के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे हैं. कश्मीर में पकिस्तान की साजिश के कारण आंतकवादी निर्दोष लोगों की हत्या कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस परिवार का आदमी चला गया उसकी भरपाई तो नहीं हो सकती है लेकिन सरकार ओर से मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये सांत्वना के रूप में दी है।