BSSC पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा, परीक्षा खत्म होने के बाद वायरल हुआ था क्वेश्चन पेपर

BSSC पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा, परीक्षा खत्म होने के बाद वायरल हुआ था क्वेश्चन पेपर

PATNA : लगभग 10 साल बाद बिहार के एक बार फिर से कर्मचारी च आयोग के तरफ से प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। यह परीक्षा 24 दिसंबर और 25 दिसंबर को दो शिफ्ट में ली गई थी। जिसमें पहले दिन के पहले शिफ्ट की परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल हो गया था। जिसके बाद इसको लेकर छात्रों द्वारा जमकर बवाल काटा गया था। बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था और किसके जांच की जिम्मेदारी आर्थिक अपराध इकाई को दे दी गई थी। इसी कड़ी में अब ईओयू के तरफ से बड़ा खुलासा किया गया है।


दरअसल, ईओयू की टीम ने बीएसएससी की 24 दिसंबर को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले में दूसरे अभियुक्त अभिनंदन कुमार सिंह को पटना से गिरफ्तार कर लिया है इससे पहले इस मामले में प्रशांत कुमार और उसके दोस्त सनी कुमार की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद जब गिरफ्तार दुसरे आरोपी अभिनंदन से पूछताछ की गई तो नई जानकारी निकलकर सामने आई। अभिनंदन ने बताया कि पेपर का फोटो परीक्षा खत्म होने से 1 मिनट पहले ही खींचा गया था। आरोपित परीक्षार्थी ने बताया कि, परीक्षा खराब होने के कारण उसने इस तरह की घटना को अंजाम दिया।


इस घटना में सबसे बड़ी बात यह रही कि, परीक्षार्थियों ने भले ही प्रश्न पत्र की तस्वीर परीक्षा समाप्त होने के बाद ली हो लेकिन उनके द्वारा मोबाईल की टाइमिंग के साथ छेड़छाड़ की गई और समय सुबह परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले का सेट कर दिया गया ताकि लोगों को लगे कि पेपर लीक हो गया है। इन आरोपित के मोबाइल की पूरी हिस्ट्री जांच करने के बाद पता चला कि इनके इनके द्वारा प्रश्नपत्र एक निजी चैनल को भेजा गया था और गलत समय बता कर इस के आउट होने की अफवाह फैलाई गई थी। 


आपको बता दें कि, अभिनंदन दरभंगा जिला बहरी थाना के छोटा पुर गांव का रहने वाला है उसका परीक्षा केंद्र दानापुर में था और उसकी परीक्षा पहले शिफ्ट यानी सुबह 10 से 12:15 तक थी। इसके द्वारा परीक्षा समाप्त होने से ठीक पहले यानी 12:14 पर फोटो की गलत टाइम देकर प्रश्नपत्र वायरल किया गया था।


गौरतलब हो कि,  बीएसएससी द्वारा आयोजित इस परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने को लेकर छात्रों द्वारा उग्र आंदोलन राजधानी पटना में किया गया।  इस दौरान छात्रों ने की मांग सभी शिफ्ट की परीक्षा को रद्द करने की मांग उठाई और इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से भी करवाने को कहा।  इसके साथ ही साथ छात्रों के आंदोलन पर विपक्षी दलों द्वारा भी पुरजोर तरीके से समर्थन किया गया।