PATNA : बिहार कर्मचारी चयन आयोग एक बार फिर से सुर्ख़ियों में बना हुआ है। इस बार सुर्ख़ियों में रहने की वजह बीते कल आयोग के तरफ से आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा का पहली पाली का सवाल सोशल मिडिया पर वायरल होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, कल पहली पाली परीक्षा आरंभ होने के 53 मिनट बाद ही प्रशनपत्र सोशल मिडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद जब इस वायरल प्रशनपत्र की पुस्टि करवाई गई तो यह सही पाया गया। इस मामले कि गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई (EOU) कि जिम्मे दे दी गई। वहीं, अब इस मामले में एक टीचर कि गिरफ़्तारी हुई है।
दरअसल, बिहार कर्मचारी चयन आयोग का सवाल वायरल होने पर राज्य के शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लेते हुए आर्थिक अपराध इकाई को जांच का आदेश दिया। जिसके बाद अब इसको लेकर मोतिहारी के एसपी डॉ. कुमार आशिष का मामले को लेकर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मोतिहारी शांति निकेतन स्कूल से पेपर लीक हुआ है। इस मामले में शिक्षक की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। जिसका नाम सचिंद्र नाथ ज्योति बताया जा रहा है।
गिरफ्तार शिक्षक के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, इसे शहर के शांति निकेतन जुबली स्कूल का वीक्षक बनाया गया था। प्रश्न पत्र लीक होने को लेकर जांच पड़ताल के दौरान उक्त शिक्षक के खिलाफ कुछ सुराग मिले थे। इस आलोक में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शिक्षक को श्रीकृष्णनगर स्थित आवास पर से छापेमारी कर उसे दबोच लिया गया। टीम उससे पूछताछ कर रही है और केंद्र पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से उसकी संलिप्तता की जांच की तथा इसे अपने साथ लेकर पटना चली आई है।
गौरतलब हो कि, इस परीक्षा में करीब 9 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स शामिल हो रहे हैं। इससे पहले यह वैकेंसी 2014 में आई थी और करीब 8 साल बाद परीक्षा का आयोजन किया गया था। यह परीक्षा दो दिनों तक आयोजित कि जा रही है। इसमें पहली पारी की परीक्षा 10 बजे सुबह से आयोजित हुई । जबकि दुसरे पाली की परीक्षा दोपहर 2 बजे से हो रही है।