Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन सख्त, गयाजी में 17 अपराधी थाना बदर; 114 को मिला CCA नोटिस Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन सख्त, गयाजी में 17 अपराधी थाना बदर; 114 को मिला CCA नोटिस Bihar News: बिहार के इस स्टेशन पर रेलवे की बड़ी पहल, छठ पर्व पर यात्रियों को मिल रही विशेष सुविधा Bihar Election 2025: जेपी नड्डा का लालू यादव पर बड़ा हमला, चुनावी सभा में शहाबुद्दीन और जंगलराज का भी किया जिक्र Bihar Election 2025: जेपी नड्डा का लालू यादव पर बड़ा हमला, चुनावी सभा में शहाबुद्दीन और जंगलराज का भी किया जिक्र Bhojpur News: समाजसेवी अजय कुमार सिंह ने बहनों संग मनाया भाई दूज का पावन पर्व, सभी का जताया आभार Bhojpur News: समाजसेवी अजय कुमार सिंह ने बहनों संग मनाया भाई दूज का पावन पर्व, सभी का जताया आभार Bihar Election 2025: बिहार में RJD उम्मीदवार के घर छापेमारी, मतदाताओं को पैसे बांटने की मिली थी सूचना; समर्थकों का भारी विरोध Bihar Election 2025: बिहार में RJD उम्मीदवार के घर छापेमारी, मतदाताओं को पैसे बांटने की मिली थी सूचना; समर्थकों का भारी विरोध Bihar Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच अपराधियों का तांडव, दो बच्चों को मारी गोली; ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप
1st Bihar Published by: Updated Mon, 08 Feb 2021 09:48:38 AM IST
- फ़ोटो
DESK : इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां प्रशासनिक अधिकारियों की बदजुबानी और लापरवाही से तंग आकर सहसवान तहसील क्षेत्र के रहने वाले बहुजन समाज पार्टी के एक नेता हरवीर सिंह ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली है. मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले का है. BSP नेता के पास से दो पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है. सुसाइड नोट में BSP नेता ने जो लिखा है उससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है.
दरअसल, हरवीर सिंह ने सुसाइड नोट में एसडीएम और रजिस्ट्रार कानूनगो को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए उनपर लापरवाही और बदजुबानी का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने मीडिया से दोषी दोनों अधिकारियों को सजा दिलवाने की गुहार भी लगाई है. इसके अलावा हरवीर सिंह ने अपने करीबी को सल्फास खा लेने की बात बताई थी, जिसका ऑडियो भी वायरल हो रहा है.
इस मामले पर मृतक के भाई जय वीर सिंह ने बताया कि गांव रसूलपुर डांस के रहने वाले हरवीर बीएसपी के तहसील अध्यक्ष थे. साल 2006 में उन्हें जमीन का पट्टा आवंटित किया गया था. जिसको संक्रमणीय भूमिधर में दर्ज कराने के लिए वह तहसील के चक्कर लगा रहे थे. रजिस्ट्रार कानूनगो और एसडीएम उनसे 50 हजार रिश्वत मांग रहे थे. रिश्वत नहीं देने पर एसडीएम सहसवान ने उनके साथ बदसलूकी की और जेल भेज देने की धमकी दी. हरवीर इस व्यवहार से इतने दुखी हुए कि उन्होंने तहसील परिसर में ही सल्फास खा ली. उन्होंने खुद अपने परिजनों को जहर खा लेने की बात फोन पर बताई. आनन फानन में उसे अस्पताल लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
हालांकि इस घटना के बाद डीएम ने तुरंत एक्शन लेते हुए संबंधित कानूनगो को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच एडीएम राजस्व-वित्त को सौंप दी है. पुलिस और अधिकारियों की टीम मिलकर मामले की जांच कर रही है. इधर हरवीर की मौत के बाद परिवार सकते में है.