PATNA : बिहार में आयोजित प्रतियोगी परीक्षा का नाता अक्सर किसी न किसी विवादों से जुड़ जाता है। जिसके कारण सरकार को काफी फजीहत झेलनी पड़ती है। सरकारी महकमे से लेकर अधिकारियों तक को किरकिरी झेलना पड़ा है। इसके साथ ही आयोग की जो बदनामी होती है वह अलग ही है। जिसके बाद अब आगामी परीक्षा को लेकर बिहार लोक सेवा आयोग ने एक नया निर्णय लिया है। अब कोई भी परीक्षार्थी नकल करते हुए पाए गए तो वो आगामी 5 वर्षों तक परीक्षा नहीं दे पाएंगे।
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग ने आगामी 12 फरवरी से होने वाली पीटी परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने यह निर्णय लिया है कि इस बार परीक्षा में नकल करते हुए या किसी तरह के इलेट्रोनिक उपकरण का उपयोग करते हुए पकड़े गए अभ्यर्थी है 5 साल तक परीक्षा नहीं दे पाएंगे। उन्हें पांच साल तक परीक्षा देने से निलंबित कर दिया जाएगा।
इसके अलावा परीक्षा के बारे में सोशल मीडिया या किसी माध्यम से पेपर वायरल करने और इसका अफवाह फैलाने वाले अभ्यर्थी को भी 3 साल तक के लिए परीक्षा देने पर रोक लगा दिया जाएगा। इस बात की जानकारी आयोग के सचिव रवि कुमार और संयुक्त सचिव कुंदन कुमार ने दी है। बिहार लोक सेवा आयोग के सचिव में कहा है कि, जिन अभ्यर्थियों को नकल करते हुए या प्रश्न पत्र वायरल करते हुए पकड़ा जाएगा, उनकी पूरी जानकारी इकट्ठा कर दूसरे आयोग को भी भेजी जाएगी ताकि इन अभ्यर्थियों को दूसरे आयोग की परीक्षा में भी शामिल होने से रोका जा सके।
इसके साथ ही साथ आयोग के यह भी निर्णय लिया है कि,बिना पहचान पत्र किसी छात्र को परीक्षा केंद्र में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षा फॉर्म भरते समय जिन पहचान पत्र की जानकारी उन्होंने साझा किया था केवल उसी पहचान पत्र को दिखाने पर परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी।
आपको बताते चलें कि, इस बार आयोग के तरफ से है आयोजित परीक्षा के शुरू होने से एक घंटा के लगभग 11:00 बजे के बाद किसी परीक्षार्थी को केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा परीक्षा केंद्र मे 9:30 बजे से प्रवेश की अनुमति होगी । परीक्षा 12:00 बजे से 2:00 तक होगी। परीक्षा समाप्त होने के एक घंटे बाद तक छात्रों को केंद्र पर ही रहना होगा। अभ्यर्थियों के सामने ही प्रश्न पत्र का वीडियोग्राफी कराते हुए उन्हें दिया जाएगा।