बोले सुधाकर सिंह..सत्ता के बदलाव के लिए हम आए हैं..कुछ लोगों को जब लगा कि फिट नहीं हूं तो मैंने तुरंत दे दिया इस्तीफा

बोले सुधाकर सिंह..सत्ता के बदलाव के लिए हम आए हैं..कुछ लोगों को जब लगा कि फिट नहीं हूं तो मैंने तुरंत दे दिया इस्तीफा

PATNA: बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि सत्ता के बदलाव के लिए हम आए हैं..कुछ लोगों को जब लगा कि फिट नहीं हूं तो मैंने तुरंत दे दिया इस्तीफा। कुछ दिन पहले ही कैमूर जिले के चांद में एक किसान सम्मेलन के दौरान उन्होंने मंच से कहा था कि मेरे विभाग के अधिकारी चोर हैं और मैं चोरों का सरदार हूं इसके बाद से नीतीश सरकार और सुधाकर सिंह के बीच तल्खी बढ़ गई थी। जिसके बाद उन्हें कृषि मंत्री के पद से हटा दिया गया। 


कृषि मंत्री सुधाकर सिंह आज अधौरा प्रखंड मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने आदिवासियों और किसानों के साथ सम्मेलन किया। उन्होंने कहा सत्ता में बदलाव के लिए आए हैं स्थिति को यथावत बरकरार रखने के लिए नहीं बैठा हूं। मुझे लगा कि मैं कुछ लोगों के लिए फिट नहीं बैठ रहा हूं तो मैंने तुरंत इस्तीफा दे दिया। उन्होंने फिर एक बार नीतीश सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आड़े हाथ लिया। अब मैं कृषि मंत्री नहीं रहा लेकिन ऐसा नहीं कि आपकी समस्याओं को दूर नहीं कराऊंगा मैं आपके समस्याओं को दूर कराने के लिए सदा तत्पर रहूंगा।


कृषि मंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया सत्ता में हम बदलाव के लिए आए हैं, हम सत्ता में यथास्थिति बरकरार रखने के लिए नहीं आए हैं। कम से कम मुझसे यह अपेक्षा लोगों को नहीं करना चाहिए। जिन लोगों को लगा कि हम इस व्यवस्था में फिट नहीं बैठ रहे हैं मैं उनको अलविदा करने में देर नहीं किया। हजारों लोग बैठे हैं।


 यहां वह लोग हैं जो इस राज्य को बनाने में उनके पूर्वजों का कुर्बानी है । बिरसा मुंडा के वंशज आज इन पहाड़ों में देश के निर्माण के लिए जो कुर्बानी दिया था उस समाज के लोगों को अपनी छोटी जरूरतों के लिए भी सत्ता के सामने हाथ जोड़ना पड़ रहा है, चिरौरी और विनती करना पड़ रहा है  उसके बाद भी हुक्मरान जो बैठे हैं जो सरकारी नौकरी में बैठे लोग हैं वह मालिक के भाव से इधर आते हैं बड़े कृपा करके आते हैं ज्यादातर बोर्डिंग लेकर तो आते ही नहीं हैं।


 हॉस्पिटल जो यहां पर बना हुआ है वह पुलिस बैरक में तब्दील हो गया है । पुलिस का बैरक कहीं भी बन सकता है, कई बार विधानसभा में बोलने के बाद भी आज तक हॉस्पिटल से बैरक नहीं हटा, इससे ज्यादा और संवेदनशीलता सरकार में क्या हो सकता है । हमारी सरकार जो बनी है इस सरकार को लेकर में जरूर आश्वासन दूंगा मैं आपके हॉस्पिटल को बहुत जल्दी शुरू कराने का काम करूंगा। 


अगर जरूरत पड़े तो हम नए भवन का भी निर्माण कराऊंगा। हम 45 दिनों से कृषि मंत्री थे उन दिनों में अधौरा की खेती और गृहस्थी जो यहां के लोगों का मूल पेसा है, कैसे उसमें बदलाव आए उसको लेकर कई योजनाओं के जरिए यहां बदलाव लाएंगे । जल छाजन के जरिए जो पानी की व्यवस्था तक सिर्फ सीमित था उसको हमने बदलाव किया, इस बार हम बागवानी भी लगाएंगे और फल लगने वाले पेड़ों को भी लगाएंगे। हर गांव में जितनी जरूरत होगी सब जगह लगए जाएंगे।