PATNA: RJD छोड़ बिहार के पूर्व मंत्री रमई राम ने अब विकासशील इंसान पार्टी का दामन थाम लिया है। उनकी बेटी गीता देवी ने भी आज वीआईपी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने दोनों को पार्टी की सदस्यता दिलायी। बोचहां उपचुनाव में मुकेश सहनी की पार्टी ने पूर्व मंत्री रमई राम की बेटी गीता देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है। गीता देवी 23 मार्च को वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करेगी।
मुकेश सहनी ने बताया कि रमई राम और गीता देवी अब हमारे पार्टी का अंग हो गये हैं। गीता देवी को बोचहां का प्रत्याशी बनाने का हमने फैसला लिया है। 2020 में हमने इस सीट से जीत हासिल की थी। यह सीट वीआईपी का था लेकिन सहयोगी पार्टी ने हमारा साथ नहीं दिया जिसके बाद हमें यह फैसला लेना पड़ा। हमलोग मजबूती के साथ आगे बढ़ेंगे और बोचहां सीट को जीतेंगे। बोचहां की जनता ही मालिक है। वे जो फैसला लेंगे उसका हम स्वागत करेंगे। उम्मीद हैं कि बोचहां की जनता सही निर्णय लेगी। हम उन्हीं पर यह छोड़ रहे हैं।
मुकेश सहनी ने कहा कि हम लोग एनडीए में रहकर चुनाव लड़ रहे हैं। अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई सख्स हमारे घर में घुस रहा है और उस पर कब्जा कर रहा है तो हमलोग उन्हें घुसने नहीं देंगे। निषाद समाज को आरक्षण दिलाना यदि गुनाह है तो मैं यह गुनाह हमेशा करूंगा। मुकेश सहनी ने कहा बोचहां सीट हम जरूर जीतेंगे।
वही पूर्व मंत्री रमई राम ने कहा कि लालू यादव जब तक थे उन्होंने ऐसा व्यवहार कभी नहीं किया था जो आज उनके साथ हुआ। रमई राम ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। उन्होंने बिहार के दलितों का अपमान किया है।
बोचहां विधानसभा पूर्व मंत्री और बिहार की राजनीति के बड़े नेता रमई राम का क्षेत्र है। रमई राम बोचहा से 9 बार विधायक और पांच दफा मंत्री रह चुके हैं। रमई राम बोचहा से तीन बार RJD, एक बार JDU, दो बार जनता दल और तीन अन्य दलों से विधायक चुने जा चुके हैं। वर्ष 1990 से 2015 तक बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं। इसलिए बोचहा को रमई का गढ़ कहा जाता है, 2015 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी ने उन्हें पराजित किया था।