Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका
1st Bihar Published by: Updated Fri, 18 Mar 2022 10:03:11 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बोचहां विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में BJP ने अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया। मुकेश सहनी का कोई नोटिस लिये बग़ैर भाजपा ने अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया। इस पर मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी ने नाराजगी जतायी है। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि यह सीट वीआईपी कोटे की है। इसलिए इस सीट पर पहला हक वीआईपी का है।
एनडीए में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि बोचहा सीट विधानसभा चुनाव में वीआईपी को मिली थी। इस सीट से मुसाफिर पासवान जी चुनाव जीते थे। उनके निधन से यह सीट खाली हुई है। इसलिए इस पर सिर्फ वीआईपी का ही हक है।
वीआईपी का मानना है कि इस सीट पर वीआईपी अपना प्रत्याशी उतारकर स्वर्गीय पासवान के सपनों को पूरा कर सकेगी। देव ज्योति ने बताया कि वीआईपी यहां से अपना प्रत्याशी उतारेगी। जिससे इस सीट पर जीत दर्ज कर स्वर्गीय पासवान जी के सपनों को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह एनडीए का दुर्भाग्य है कि बिना घटक दलों से बात किए सहयोगी दल ने यह फैसला लिया। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि विधान परिषद चुनाव के लिए भी ऐसा ही किया गया था। विवश होकर वीआईपी को कई सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करनी पड़ी।