PATNA : विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को अपमानित किए जाने के बाद अब बीजेपी के विधायक गुस्से से उबल रहे हैं. सोमवार को भले ही पार्टी के विधायकों को यह बात समझ में नहीं आई थी कि वह इस मामले पर कैसे रिएक्ट करें. ज्यादातर विधायकों को लग रहा था कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व या फिर प्रदेश नेतृत्व पर अपनी तरफ से कोई स्टैंड लेगा. लेकिन घटना के 24 घंटे गुजर जाने के बावजूद कोई पहल नहीं की तो अब विधायक के खिलाफ मोर्चाबंदी में जुटे हैं. पार्टी के विधायक अब एक-एक कर रहे हैं और अब तो विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग शुरू हो गई है.
बीजेपी विधायक के विनय बिहारी ने पहले ही नीतीश कुमार के बर्ताव पर आपत्ति जताते हुए सदन को अपमानित किए जाने का आरोप लगाया था, तो वहीं अब एक और बीजेपी विधायक पवन कुमार जयसवाल ने मोर्चा खोल दिया है. पवन जायसवाल ने कहा है कि स्पीकर को सदन में अपमानित करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व इस मामले को गंभीरता से देख रही है. और वही तय करेगी कि गठबंधन में जो गांठ पड़ गई है. उसे कैसे ठीक किया जाए विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर रहते हुए उनके साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. विधानसभा अध्यक्ष नाराज हैं और वह आसन पर नहीं आ रहे हैं. इस मामले में तत्काल बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई जानी चाहिए और विधायकों की राय ली जानी चाहिए.
बता दें सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही आरजेडी के विधायकों ने सदन में स्पीकर के ऊपर मुख्यमंत्री की तरफ से की गई टिप्पणी पर सख्त एतराज जताया है. और वही विधायकों का कहना है कि इस मामले में सरकार को खेद जताना चाहिए. आरजेडी विधायक ललित यादव ने सदन में इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के बीच जो बातचीत हुई. उसे लेकर बेवजह तूल दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने सदन की नियमावली का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखी थी.