Bihar Politics : BJP विधायक को मिली जान से मारने की धमकी, नगर पंचायत कार्यालय में गड़बड़ी से जुड़ा है मामला

Bihar Politics : BJP विधायक को मिली जान से मारने की धमकी, नगर पंचायत कार्यालय में गड़बड़ी से जुड़ा है मामला

BANKA : बिहार की राजनीति के लिए यह काफी अहम खबर है। यहां बांका में बीजेपी विधायक निक्की हेंब्रम को जान से मारने की धमकी मिली है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है और उससे मामले को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। लेकिन, अभी भी सवाल यह है कि आखिर उन्हें धमकी क्यों दी गई ?


जानकारी के मुताबिक  कटोरिया से भारतीय जनता पार्टी की विधायक डॉ. निक्की हेंब्रम को जातिसूचक गालियां देने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अब सबसे बड़ी बात यह है कि इस मामले का जो आरोपी है वह खुद  नगर पंचायत के चेयरमैन का प्रतिनिधि है और उसका नाम सौरभ सिंह बताया जा रहा है। 


वहीं,धमकी मिलने के बाद बीजेपी विधायक ने इस घटना की जानकारी डीएम अंशुल कुमार और एसपी डॉ. सत्यप्रकाश को दी और कटोरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसके बाद थाना अध्यक्ष अरविन्द कुमार राय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर बांका जेल भेज दिया है। अभी इन्हें मामले में पूछताछ किया जा रहा है। 


बताया जाता है कि  विधायक निक्की हेंब्रम अपने समर्थकों के साथ किसी से मिलने जा रही थीं। उसी दौरान उनके सहयोगी अभिनव आलोक के मोबाइल नंबर पर एक फोन आया, जो ठाकुर सौरभ सिंह का फोन से कॉल आया था। सौरभ सिंह ने कॉल पर विधायक को जातिसूचक गालियां दीं। विधायक के सहयोगी ने इसका विरोध किया लेकिन वह नहीं रुके और लगातार जान से मारने की धमकी देते रहे। कुछ ही देर बाद सौरभ सिंह ने विधायक के व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर भी कॉल किया और गाली-गलौज के साथ गोली मारने की धमकी भी दी। 


वहीं, इसको लेकर  कटोरिया विधायक निक्की हेंब्रम ने बताया कि कटोरिया प्रखंड मुख्यालय में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई थी। बैठक के दौरान नगर पंचायत कार्यालय से आई महिला कर्मी नगमा खातून बिना किसी फाइल के आईं, जिससे नगर पंचायत के स्वच्छता कार्यक्रम और अन्य योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो पाई। विधायक ने महिला कर्मी से संबंधित फाइलें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, क्योंकि नगर पंचायत में वित्तीय अनियमितता की शिकायतें आई थीं। इसी को लेकर ठाकुर सौरभ सिंह नाराज हो गए और उन्होंने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। 


इधर, चेयरमैन प्रतिनिधि ने आरोपों का खंडन करते हुए हुए आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना था कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और उनकी छवि खराब करने के लिए जानबूझकर उनका नाम उछाला गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ठाकुर सौरभ सिंह के समर्थकों ने कटोरिया बाजार बंद कराने का प्रयास किया।  कुछ समय के लिए बाजार में हलचल देखी गई, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई और बाजार खुल गए। इस मामले में कटोरिया थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय ने बताया कि आरोपी के खिलाफ ठोस साक्ष्य मौजूद हैं। पुलिस ने मामले की पूरी छानबीन शुरू कर दी है। साथ ही आरोपी को न्यायालय में पेश कर बांका जेल भेज दिया गया है।