PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी ने अपने नेताओं को भरोसे में भी नहीं रखा. जिसके कारण कई नेता नाराज है. बीजेपी के सीनियर नेता महाचंद्र प्रसाद सिंह महाराजगंज या बनियापुर से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन दोनों महाराजगंज सीट जेडीयू और बनियापुर सीट वीआईपी को एनडीए गठबंधन में चली गई है.
किसी नेता ने दुख में भी नहीं की बात
महाचंद्र प्रसाद सिंह फिलहाल काफी परेशान हैं. फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि पिछले 8 दिनों से दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में मेरी पत्नी और मैक्स हॉस्पिटल में मेरा एकलौता बेटा विकास भर्ती हैं. मैं खुद परेशान हूं. लेकिन इस बीच मुझे मालूम हुआ कि यह दोनों सीट गठबंधन के साथियों को चलेगी गई है. एक बार किसी ने मुझसे से बात भी नहीं की. मैं खुद परेशान था. जिसके कारण किसी नेता से बात नहीं कर पाया.
समाज के लोग नाराज
महाचंद्र प्रसाद सिंह ने बातचीत में कहा कि दोनों क्षेत्र की जनता चाहती थी कि मैं एक इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ू, लेकिन ये सीट गठबंधन के साथियों को चली गई. इससे ब्रह्मर्षि समाज के लोग नाराज है. मुझे कई बार कॉल आ रहा है. महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2010 के दौरान वह बीजेपी में शामिल हुए थे. उनको शामिल कराने के लिए भूपेंद्र यादव चार्टर्ड प्लेन से पटना आए थे. समाज के कई नेता भी मौजूद थे. मैंने बीजेपी के लिए काफी लोकसभा चुनाव को लेकर मेहनत की, लेकिन विधानसभा चुनाव का टिकट बांटने के दौरान बीजेपी ने उनके बात तक नहीं की.