PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आपत्तिजनक बयान देने के बाद टुन्ना जी पांडे को बीजेपी ने निलंबित कर दिया है. नीतीश को लेकर बीजेपी एमएलसी ने जो बयान दिया, उसके बाद जेडीयू नाराज था और सहयोगी दल की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी ने आनन-फानन में टुन्ना जी पांडे के ऊपर कार्रवाई कर दी. बीजेपी एमएलसी के ऊपर हुए एक्शन के बाद अब जेडीयू का मनोबल काफी ऊपर चला गया है. जनता दल यूनाइटेड ने टुन्ना जी पांडे के निलंबन पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ऐसे व्यक्ति को पहले ही कान पकड़कर पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए था.
बीजेपी नेतृत्व के फैसले को जेडीयू ने अपने दबाव के कारण लिया गया फैसला बताते हुए कहा है कि टुन्ना जी पांडे के ऊपर एक्शन काफी पहले हो जाना चाहिए था. विधानसभा चुनाव में वह राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार की मदद करते रहे लेकिन बीजेपी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. जबकि हकीकत यह है कि टुन्ना जी पांडे को कान पकड़कर बाहर निकाल देना चाहिए था.
बीजेपी की तरफ से निलंबन की कार्रवाई को जेडीयू उन्हें सही फैसला बताया है. जेडीयू ने दो टूक शब्दों में कहा है कि नीतीश कुमार के व्यक्तित्व के सामने बिहार में कोई नेता नहीं टिक सकता. नीतीश कुमार के चेहरे पर ही बिहार में एनडीए कई बार जीत हासिल कर चुका है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ऐसे शब्दों को जनता दल यूनाइटेड कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा. यह जरूरी है कि गठबंधन के अंदर हर कोई हर किसी का सम्मान करें.
जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने टुन्ना जी पांडे के निलंबन के बाद बयान जारी करते हुए बीजेपी के फैसले पर प्रतिक्रिया दी है. अभिषेक झा ने कहा है कि टुन्ना जी पांडे के खिलाफ जो कार्रवाई हुई है, वह जनता दल यूनाइटेड के दबाव में हुई. हालांकि यह कार्रवाई काफी पहले हो जानी चाहिए थी.
जेडीयू ने अपने इस स्टैंड से यह भी बता दिया है कि बिहार में जब भी चलेगा नीतीश कुमार का ही सिक्का चलेगा. एनडीए में शामिल तमाम दलों को नीतीश कुमार के नेतृत्व को ना केवल कबूल करना होगा. बल्कि नीतीश के खिलाफ एक शब्द भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.