PATNA : जदयू से अलग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकले हुए हैं। अपनी इस यात्रा में वह लगातार बिहार सरकार की कमियों को गिला रहे हैं। वहीं, इस बात की भी चर्चा तेज है कि तुम कुशवाहा जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे लेकिन अब इन तमाम सवालों का जवाब कुशवाहा ने दे दिया है। कुशवाहा ने साफ तौर पर कहा है कि मैं मर जाऊंगा लेकिन कभी भी बीजेपी में शामिल नहीं होगा।
दरअसल, कुशवाहा इन दिनों विरासत बचाओ समाधान यात्रा पर निकले हुए हैं। इस यात्रा को लेकर कल उपेंद्र कुशवाहा फारबिसगंज में मौजूद थे इसी दौरान जब उनसे यह सवाल किया गया कि वह बीजेपी में कब शामिल हो रहे हैं तो फिर कुशवाहा ने साफ कर दिया कि उन्हें मरना स्वीकार है लेकिन बीजेपी में जाना स्वीकार नहीं है। हालांकि इससे पहले भी जब कुशवाहा वीडियो का हिस्सा थे तो इस बात की चर्चा तेज थी कि वह बीजेपी में शामिल होंगे और जब इसको लेकर उनसे सवाल किया गया था तो उन्होंने यही कहा था कि वह बीजेपी में कभी शामिल नहीं होंगे। इसके बाद अब उन्होंने फिर कह दिया है कि उन्हें बीजेपी में शामिल नहीं होना है।
इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा ने कुछ दिन पहले नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है। कई बड़े नेता जदयू छोड़कर उपेंद्र की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल के साथ आ गए हैं। जिसके बाद अब जब इस मसले को लेकर कुशवाहा से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि, मैं कसी भी पार्टी में चुनाव से पहले तोड़- फोड़ करने की सोच नहीं रखता हूं।
बिहार सरकार गणित का खेल है जिसके पास जितना बहुमत है वह सरकार बना लेगा। इसलिए बात भली-भांति समझने कि मेरा कोई मकसद नहीं है कि मैं किसी पार्टी में तोड़ -फोड़ कर दलबदल करवा दें। सरकार को बनाने या फिर सरकार को गिराने में मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं है। इसलिए अभी कोई यह बात कहते हैं कि तुम कुशवाहा जदयू में तो फिर डालेंगे तो मैं उनकी बातों को कभी सीरियस नहीं लेता। मैं चुनाव में जीत कर आने वाला लेता हूं ना कि तोड़फोड़ कर नेता बनने वाला।
इसके अलावा राजद नेता सुधाकर सिंह की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर की जा रही तल्ख टिप्पणियों पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, सुधाकर सिंह का जो प्रकरण है वह कोई व्यक्तिगत मामला नहीं है बल्कि राज्य सरकार और राज्य के लोगों के बीच का मामला है। महागठबंधन के महान विधायक है उसके बावजूद वह कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री जी शिखंडी हैं। मुख्यमंत्री को बेशर्म भी बताते हैं, यहां तक कह डालते हैं कि मुख्यमंत्री जी कोटरा लेकर घूमते हैं।