PATNA: 7 नवंबर 2023 को बिहार विधानसभा और विधान परिषद में आरक्षण को लेकर प्रस्ताव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब पेश कर रहे थे तभी इस दौरान उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जो कुछ कहा उस बात पर सदन में बवाल मच गया। विपक्षी विधायकों ने नीतीश के बयान पर आपत्ति जतायी थी। बीजेपी की महिला विधायकों ने भी नीतीश कुमार को उनके इस बयान को लेकर घेरा था। इस बयान के बाद बिहार की राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया था। तब नीतीश कुमार महागठबंधन में थे लेकिन अब नीतीश महागठबंधन को छोड़ बीजेपी से हाथ मिला लिये हैं। बिहार में एनडीए की नई सरकार बन गयी है लेकिन बीजेपी की महिला कार्यकर्ता आज भी नीतीश कुमार के उस बयान को लेकर नाराज हैं। उन्होंने नीतीश को यह अल्टीमेटम दिया है कि अब उन्हें गंदी बातें नहीं कहनी होगी।
नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गये हैं वही सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम बने हैं। बिहार में एनडीए की नई सरकार बनने से बीजेपी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया। जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी तब विधानसभा और विधान परिषद में 7 नवंबर 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जो कुछ कहा था उसे आज भी बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता गलत ठहरा रही है। भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अल्टीमेटम दिया है। बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि
विधानसभा और विधानपरिषद में कही गई बातों के लिए नीतीश कुमार को माफ नहीं किया जायेगा। महिलाओं को यह आश्वासन देना होगा कि आज के बाद इस तरह की बातें नही होगी। नीतीश कुमार ने इस तरह की बातें विधानसभा और विधानपरिषद में क्यों कहीं ये बात पब्लिकली आकर बताना होगा। नीतीश कुमार को महिला के हित के लिए काम करना होगा। बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार पहले कचड़ा में थे इसलिए इस तरह की बातें करते थे अब NDA में आ गए हैं तो पूरी तरह से शुद्ध होकर आएं हैं।
महिलाओं ने कहा कि इंसान हैं कभी-कभी गलती हो जाती है। लेकिन नीतीश कुमार के ऊपर किसी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है उनकी छवि बेदाग है। सब संगती का असर होता है। पहले नीतीश कुमार कुड़ा कचरा के डिब्बा में थे आज एनडीए में आकर स्वच्छ और शुद्ध हो गये हैं। हमलोग विकास के लिए साथ आएं है। यदि विकास का काम नहीं होगा और इस तरह का व्यवहार होगा तब हम माफ नहीं करेंगे। माफी इतना आसान नहीं है। इसके लिए महिलाओं के कुछ अच्छा करके दिखाये तब महिलाएं माफ करेगी। जिस शब्दों का प्रयोग सदन में किये थे उससे दिल में छेद हुआ है। महिलाओं का आश्वासन देना होगा कि आज के बाद ना तो इस तरह की गंदी बात करेंगे और ना ही ऐसा व्यवहार करेंगे।