PATNA: नरेंद्र मोदी की कैबिनेट से हटाये गये राधामोहन सिह के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने के ख्वाब पर भी पानी फिर गया है. पार्टी ने उन्हें झुनझुना थमा दिया है. ये ऐसा झुनझुना है जिससे वे पार्टी में किसी स्तर के पदाधिकारी नहीं बन पायेंगे. बीजेपी ने अपने सांगठनिक चुनाव के लिए राधामोहन सिंह को चुनाव पदाधिकारी बना दिया है.
राधामोहन को पार्टी का चुनाव कराने की जिम्मेवारी
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी ने आज सांगठनिक चुनाव को लेकर पत्र जारी किया है. अमित शाह के निर्देशानुसार जारी इस पत्र में राधामोहन सिंह को सांगठनिक चुनाव का चुनाव प्रभारी बनाया गया है. उनके साथ सांसद विनोद सोनकर, पूर्व सांसद हंसराज गंगाराम अहीर और कर्नाटक के विधायक सी टी रवि को राष्ट्रीय सह चुनाव प्रभारी बनाया गया है. इन चारों पर संगठन का चुनाव कराने की जिम्मेवारी होगी.
तो टूट गयी आखिरी उम्मीद
चुनाव पदाधिकारी बनने का मतलब साफ है. चुनाव पदाधिकारी पार्टी के किसी पद पर निर्वाचित नहीं हो सकता. लिहाजा राधामोहन सिंह के पार्टी में पदाधिकारी बनने का भी सपना टूट गया है. केंद्रीय मंत्रिमंडल से पत्ता साफ होने के बाद उम्मीद थी कि उन्हें बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है. राधामोहन सिंह कैंप के लोग इसे जोर शोर से प्रचारित भी कर रहे थे. वैसे भी नित्यानंद राय के केंद्र में मंत्री बनने और उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग के नेता के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ये कयास लगाया जा रहा था कि बीजेपी बिहार में किसी सवर्ण को प्रदेश अध्यक्ष बनायेगी. लेकिन इस पद पर राधामोहन सिंह नहीं होंगे ये तय हो गया है.