PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बीजेपी को बडी चेतावनी दे दी है. चिराग पासवान ने कहा है कि अगर केंद्रीय मंत्रिमंडल में पशुपति पारस को लोक जनशक्ति पार्टी के नाम पर मंत्री बनाया गया तो वे कोर्ट जायेंगे. चिराग ने कहा कि पशुपति पारस को मंत्री बनाना है तो वे स्वागत करेंगे बशर्ते कि बीजेपी या जेडीयू के कोटे से उन्हें मंत्री बनाया जाये.
खुलकर सामने आये बीजेपी औऱ जेडीयू
एक चैनल के साथ इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा कि पशुपित पारस लोक जनशक्ति पार्टी के नेता नहीं है. ये बात उन्होंने लोकसभा के स्पीकर से लेकर चुनाव आयोग को लिखकर दे दिया है. इसके बावजूद उन्हें अगर लोजपा सांसद की हैसियत से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया तो वे कोर्ट का रूख करेंगे. चिराग ने कहा कि पर्दे के पीछे से खेल कर रहे लोगों को अब खुल कर सामने आना होगा. पशुपति कुमार पारस को अगर मंत्री बनाना है तो बनायें लेकिन जेडीयू या बीजेपी के कोटे से बनायें. वे उसका स्वागत करेंगे. लेकिन लोजपा के नाम पर खेल बर्दाश्त नहीं करेंगे.
अब अभिमन्यु वध नहीं होगा
चिराग पासवान ने कहा कि उनकी राजनीतिक हत्या के लिए चक्रव्यूह रचा गया है लेकिन जो चक्रव्यूह रच रहे हैं वे सुन लें. अब अभिमन्यु वध नहीं होगा. अभिमन्यु उनके चक्रव्यूह को समझ चुका है.अब जिन्हें जो करना है करें, वे लड़ने के लिए तैयार हैं. चिराग पासवान ने कहा कि 5 जुलाई से वे सड़क पर उतर रहे हैं लेकिन अगर उससे पहले लोजपा के साथ कोई खेल करने की कोशिश की गयी तो वे उसी समय कोर्ट जाने को तैयार हैं.
मेरे साथ छल किया गया
इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा कि उनके साथ छल किया गया. उन्होंने बीजेपी के लिए क्या सब नहीं किया लेकिन इतिहास में लिखा जायेगा कि जब हनुमान के वध की कोशिश हो रही थी तो राम मूकदर्शक बने थे. चिराग ने कहा कि वे दुविधा से निकल चुके हैं. इसके लिए बीजेपी को धन्यवाद देना चाहेंगे. जिस नीतीश कुमार ने हर कदम पर बीजेपी को धोखा दिया, विरोध किया. नरेंद्र मोदी को भोज पर बुलाकर पत्तल खींच लिया. उन्हीं नीतीश कुमार के लिए बीजेपी उनकी सियासी हत्या की साजिश रच रही है.
राजद ने रेड कार्पेट बिछा रखा था
चिराग पासवान ने कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद ने उनके लिए रेड कार्पेट बिछा रखा था लेकिन वे राजद के साथ नहीं गये. उन्होंने खुले तौर पर बीजेपी का साथ देने का एलान किया. चुनाव से पहले अमित शाह, जेपी नड्डा औऱ बी.एल. संतोष के साथ उनकी बैठक हुई थी. उस बैठक में ये तय हुआ था कि लोजपा अकेले चुनाव लडेगी औऱ बीजेपी औऱ एलजेपी के बीच कोई कटुता नहीं होगी. लेकिन बीजेपी के नेता बीच चुनाव में अपनी बात से मुकर गये. लेकिन उसके बावजूद वे राजद के साथ नहीं गये.
चिराग ने फिर दुहराया कि तेजस्वी यादव उनके छोटे भाई की तरह हैं. चिराग ने कहा कि लालू यादव उनके अभिभावक की तरह हैं. लालू जी औऱ उनके पिता रामविलास पासवान दशकों तक एक साथ राजनीति करते रहे. बचपन से उनका लालू जी के घर आना जाना रहा है औऱ उसी दौर से वे तेजस्वी को जानते हैं. तेजस्वी यादव से उनके निजी संबंध हैं औऱ इस नाते उनकी लगातार बात होती रहती है. लेकिन इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिये.