DELHI: दो दिन पहले अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं-नेताओं की बैठक में महागठबंधन छोडने का एलान करने वाले उपेंद्र कुशवाहा का बीजेपी से तालमेल लगभग तय हो गया है. दिल्ली में बातचीत आखिरी दौर में है. हालांकि कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 10 सीट से ज्यादा मिलने की उम्मीद नहीं है.
दिल्ली में हो रही है बातचीत
बीजेपी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेताओं ने स्वीकार किया कि दोनों पार्टियो में बातचीत हो रही है. एक-दो दिन में सारा मामला तय हो जायेगा. बीजेपी के एक नेता ने बताया कि उपेंद्र कुशवाहा विधानसभा सीटों के साथ साथ बिहार की बाल्मिकीनगर संसदीय सीट पर भी दावा कर रहे हैं. वहां से जेडीयू के वैद्यनाथ महतो सांसद थे. लेकिन उनके निधन होने के बाद उप चुनाव होना है. उपेंद्र कुशवाहा ने बाल्मिकीनगर संसदीय सीट के साथ साथ विधानसभा की दो दर्जन सीटों पर दावा किया था. लेकिन बीजेपी 10 सीट से ज्यादा देने को तैयार नहीं है. बाल्मिकीनगर संसदीय सीट पर भी आखिरी फैसला नीतीश कुमार से बातचीत के बाद लिया जायेगा.
हालांकि नीतीश कुमार ने शुक्रवार को चुनाव का एलान होने के बाद अपने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि 2014 में जो बीजेपी की सहयोगी पार्टियां थीं उनसे तालमेल पर फैसला भारतीय जनता पार्टी को ही करना है. जेडीयू को उससे कोई आपत्ति नहीं है. यानि अगर बीजेपी कुशवाहा को एनडीए में लाना चाहती है तो नीतीश उनका विरोध नहीं करेंगे.
इससे पहले गुरूवार को उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी की बैठक बुला कर नेताओं-कार्यकर्ताओं की राय जानी थी. बैठक में कुशवाहा ने एलान कर दिया था कि अब वे महागठबंधन में तभी रहेंगे जब आरजेडी अपने नेता यानि तेजस्वी यादव को बदलेगी. कुशवाहा ने कहा था कि तेजस्वी यादव नीतीश कुमार के मुकाबले बेहद कमजोर नेता हैं. कुशवाहा का ये बयान ही साफ कर गया कि उन्होंने महागठबंधन छोड़ दिया है.
उपेंद्र कुशवाहा के उस बयान के बाद उनकी पार्टी के नेता नीतीश कुमार की तारीफों के पुल बांध रहे हैं. शुक्रवार को कुशवाहा की पार्टी के प्रधान महासचिव ने कहा कि नीतीश कुमार विकास पुरूष हैं और उनके विकास का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है. इस बयान का मतलब साफ था कि कुशवाहा को एनडीए में एंट्री मिल गयी है.
हालांकि उनके एंट्री का औपचारिक एलान होना बाकी है. बीजेपी के एक नेता ने बताया कि एक-दो दिनों में इसका औपचारिक एलान हो जायेगा.